DEHRADUN:

घंटाघर से बल्लूपुर चौक तक निर्माणाधीन शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में दो दिन के भीतर अगर पार्किग की व्यवस्था नहीं हुई तो उन संस्थानों के नक्शे रद कर दिए जाएंगे। मसूरी देहरादून डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमडीडीए) ने पार्किग को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। एमडीडीए ने 19 कॉमर्शियल बिल्डिंग ओनर्स को पहले ही नोटिस देकर वार्निग जारी कर दी है। इनको जारी किए गए नोटिस - होटल कुकरेजा - निशांत थपलियाल - सागर वेडिंग व सागर साडीज - राकेश तिवारी - महेश चंद्र गुप्ता - देवी दयाल सिंघल - विकेक कुमार - सुरार्थ होटल - अतुल जैन - नवीन जैन - गीता खुराना - फोर चूना टावर - नवीन रेस्टोरेंट - हर्ष कुमार यादव - एचपी सिंह सेठी - मै। शुभ पैलेस - घनसाला डेंटल - इंदर मोहन बिरला - अनिजायसवाल।

 

1 दिसंबर को भेजा था नोटिस

शहर के तमाम इलाकों में कॉमर्शियल भवनों या फिर व्यापारिक प्रतिष्ठानों के बाहर सड़कों पर पार्किंग होने के कारण ट्रैफिक को सुचारू रखने में दिक्कतें होती हैं। यही वजह रही कि पिछले माह क्क् नवंबर को एमडीडीए ने घंटाघर से लेकर बल्लूपुर चौक तक के कॉमर्शियल भवन स्वामियों के साथ बैठक की। साफ कहा कि ख्क् नवंबर तक वे खुद ही अपनी पार्किंग तैयार करें। लेकिन, एमडीडीए के साथ बनी सहमति के बाद भी स्थिति नहीं बदली। एक दिसंबर को एमडीडीए ने क्9 लोगों को नोटिस जारी किए। म् दिसंबर तक नोटिस का जवाब एमडीडीए ने मांगा है। सैटरडे को बाकायदा एमडीडीए सचिव ने पुलिस के साथ क्षेत्र की ज्वाइंट विजिट भी की.

 

दूसरे इलाकों में भी चलेगा अभियान

मडीडीए के अफसरों के अनुसार घंटाघर से लेकर बल्लूपुर चौक तक कई कॉमर्शियल बिल्डिंग्स और कॉम्प्लेक्स ओनर्स ने पार्किग की जगह को दूसरे कामों में उपयोग में ले रखा है। इस कारण वाहन सड़क पर खड़े किए जा रहे हैं और ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ रही है। इसी अव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एमडीडीए ने अब सख्ती दिखानी शुरू की है। क्9 कॉमर्शियल बिल्डिंग ओनर्स को नोटिस जारी किए गए हैं, जिनका म् दिसंबर तक जवाब मांगा गया है। अब अथॉरिटी द्वारा दूसरे इलाकों की भी पड़ताल की जाएगी।

 

6 दिसंबर तक नोटिस के जवाब देने को कहा गया है। नोटिस का जवाब न देने पर निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स सील कर दी जाएंगी और उनके नक्शे भी रद कर दिए जाएंगे। इसके बाद दूसरे इलाकों में यह अभियान चलाया जाएगा। - पीसी दुमका, सचिव, एमडीडीए.