-शहर में पार्किंग के नाम पर खूब हो रही मनमानी

-पार्किंग स्थल नहीं होने के बाद भी काट रहे है नगर निगम की रसीद

-शिकायत के बाद भी आंखे मूंदे हैं जिम्मेदार अधिकारी

सीन-वन

अस्सी घाट के एक किलोमीटर का दायरा पार्किंग में तब्दील हो गया है। नगर निगम के निर्धारित एरिया से बाहर दूर-दूर तक रोड के दोनों साइड फुटपाथ पर कब्जाकर गाडि़यों खड़ा कराया जा रहा है। हर दो पहिया वाहन से दस से बीस रुपये पार्किग चार्ज वसूला जा रहा है। अगर किसी ने आपत्ति की तो स्टैण्ड संचालक के गुर्गे मारपीट पर उतारू हो जा रहे हैं।

सीन-टू

मैदागिन पर मुर्दा वाहन स्टैंड सहित अन्य गाडि़यां खड़ी हैं। यहां गाडि़यों के खड़ा करने पर प्रतिबंध होने के बावजूद दबंग किस्म के लोग चार पहिया वाहनों की पार्किग करा रहे हैं। बदले में 40 से 50 रुपये वसूल रहे हैं। पास में ही मौजूद मालवीय मार्केट में बेतरतीब पार्किग हो रही है। वाहनों की भीड़ से पैदल चलने वालों को रास्ता नहीं मिल रहा है। पार्किंग शुल्क को लेकर खूब तकझक हो रही है।

सीन-थ्री

संकटमोचन मंदिर के पास नगर निगम का वाहन स्टैण्ड दूर-दूर तक नजर आ रहा है। कहीं भी पार्किग शुल्क या चौहद्दी की जानकारी नहीं है। श्रद्धालुओं से पार्किंग के नाम पर लगभग जबरन वसूली हो रही है। पार्किग वसूलने वालों की मनमानी का विरोध करने पर मारपीट की नौबत आ जा रही है। पास में मौजूद पुलिस चौकी पर मौजूद जवान भी आंख मूंदे हैं।

शहर कीं सबसे बड़ी समस्या पार्किंग है। नगर निगम ने कुछ जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था कराया है लेकिन इनके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गयी है नियमों का उलंघन करके दबंगई कर रहे हैं। वाहनों के पार्किग के नाम पर जबरन वसूली कर रहे हैं। इसका खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में हुआ। ज्यादातर वाहन स्टैण्ड पर निर्धारित से अधिक शुल्क लिया जा रहा है। मनचाहा चौहद्दी तय कर दिया गया है।

अस्सी, मैदागिन मालवीय मार्केट, संकटमोचन, लंका माधव मार्केट आदि एरिया में पार्किंग के नाम पर पब्लिक का दोहन हो रहा है।

अवैध काम नगर निगम का नाम

नगर निगम की ओर से तय स्थान के अलावा शहर में तमाम जगहों पर अवैध पार्किग का खेल चल रहा है। इन जगहों को निगम की पार्किग बताया जाता है और वाहन चालकों को दी जाने वाली पर्ची पर भी नगर निगम का जिक्र रहता है। इन वाहन स्टैण्ड पर बाइक-स्कूटी है तो दस रुपये और कार-क्रूजर है तो फिर 40 से 80 रुपये तक की वसूली की जाती है। निगम के निर्धारित स्टैण्ड पर भी मनमानी होती है। चाहे अस्सी का पार्किंग स्थल या फिर संकटमोचन मंदिर के पास पार्किंग का इलाका हो। हर जगह पब्लिक की जेब पर डाका डाला जा रहा है। अस्सी पर तो एक ही रोड पर दो-दो पार्किंग का खेल चल रहा है। वह भी बकायदा नगर निगम की पर्ची पर। जिम्मेदार अधिकारियों तक शिकायतें भी पहुंची लेकिन कार्रवाई के नाम पर सभी मौन साधे रहे। मैदागिन में पार्किंग ठेका नहीं है फिर भी खेल चल रहा है। उधर, माधव मार्केट लंका में तो पूरा इलाका ही पार्किंग बन गया है।

पार्किंग पर एक नजर

18

पार्किग का नगर निगम ने दिया ठेका

100

पार्किग अवैध रूप से हो रहे संचालित

10

रुपये है बाइक पार्किग का रेट

40

रुपये वसूला जाता है कार पार्किग का

70 से 80

रुपये ट्रवेलर वाहन का शूल्क लिया जा रहा

100-120

रुपये ले रहे बस-डीसीएम का चार्ज

-पर्ची पर समय भी निर्धारित रहता है कि चार घंटे के बाद रेट डबल हो जाता है।

मैदागिन के कई ऐसे मार्केट हैं जहां, पार्किंग नहीं होने के बाद भी वाहन खड़ा करने पर चार्ज लिया जाता है। इसकी कम्पलेन कई बार नगर निगम अधिकारियों से की गई है।

शशांक साहु, मैदागिन

अस्सी पर तो पार्किग के नाम पर लूट मची है। कहीं भी वाहन खड़ा करिए, वाहन स्टैण्ड संचालक के गुर्गे रसीद लेकर तुरंत पहुंच जाएगा। पार्किंग नहीं होने के बाद भी चार्ज लिया जाता है।

प्रतीक कुमार, अस्सी

संकटमोचन मंदिर के पास निगम का स्टैंड है, लेकिन पार्किंग फुल होने के बाद बाहर कहीं सड़क किनारे वाहन खड़ा करते हैं तब भी पार्किंग वाले रसीद थमा जाते है।

राधा देवी, संकट मोचन मंदिर