- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में खबर छपने के बाद यूपीएसआईडीसी ने लिया संज्ञान

BAREILLY:

परसाखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया की रोड जल्द ही चकाचक होंगी। रोड की मरम्मत के लिए फंड स्वीकृत हो गया है। उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (यूपीएसआईडीसी) को बस बारिश थमने का इंतजार है। उसके बाद सड़क पर जो गड्ढे बन गए हैं उन्हें डिस्पैच करने और नए सिरे से रोड बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 29 जुलाई के अंक में ' बरेली के उद्योग का गड्ढों में 'विकास' शीर्षक से खबर पब्लिश की थी। जिसमें हमने बताया था कि किस तरह 1 करोड़ रुपए टैक्स देने के बाद भी इंडस्ट्रियल एरिया की रोड खस्ता हाल हैं। खबर को संज्ञान में लेकर यूपीएसआईडीसी ने रोड की मरम्मत का फैसला ि1लया है।

गड्ढों से होता है जलभराव

सड़क की मरम्मत के लिए साढ़े पांच करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। बारिश थमने के बाद रोड की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि बस कार्य शुरू होने भर की देरी है, उसके बाद 15-20 दिन के अंदर कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि 50 वर्ष पहले बसे परसाखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया में एग्रो बेस्ड और प्लाईवुड के 152 उद्योग हैं। जो कि हर वर्ष नगर निगम को 1 करोड़ रुपए बतौर टैक्स दे रहे हैं। लेकिन नगर निगम के अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। उनका कहना है कि शासनादेश के मुताबिक परसाखेड़ा इंडस्ट्रियल एरिया में टैक्स का 60 परसेंट से अधिक हिस्सा खर्च करने का नियम है। जबकि, वह टैक्स का 70 से 80 फीसदी हिस्सा खर्च करते हैं। उसके अधिक वह खर्च नहीं कर सकते हैं।

परसाखेड़ा इंडस्ट्रियल एिरया एक नजर

- 50 वर्ष पहले बसा इंडस्ट्रियल एरिया।

- 392 एकड़ में फैला है इंडस्ट्रियल एरिया।

- 152 इंडस्ट्रीज एग्रो बेस्ड और प्लाईवुड के हैं।

- 2004 में यूपीएसआईडीसी ने नगर निगम को इंडस्ट्रियल एरिया कर दिया था हैंडओवर।

- इंडस्ट्रीज के अलावा भारत पेट्रोलियम का बॉटलिंग प्लांट और एफसीआई का गोदाम भी बना है।

- 1 करोड़ रुपए टैक्स हर वर्ष नगर निगम को जाता है।

- 1000 हजार से अधिक ट्रक, टैंकर और छोटा हाथी करते हैं अपडाउन।

रोड की मरम्मत के लिए साढ़े पांच करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। जल्द ही परसाखेड़ा में रोड का निर्माण कार्य किया जाएगा।

सीके मौर्य, आरएम, यूपीएसआईडीसी