- रौनकपुरा स्थित जर्जर बिल्डिंग में रह रहे हैं निगम सफाई कर्मियों के 80 परिवार

-आई नेक्स्ट ने इस जर्जर बिल्डिंग के बारे में पहले ही चेताया था

Meerut: रेलवे रोड स्थित रौनकपुरा में खड़ी नगर निगम की जर्जर बिल्डिंग का एक हिस्सा नीचे आ गिरा। शुक्रवार को होली के दिन घटी घटना में दो लोगों को गंभीर चोटें आ गई। वहीं घटना के दो दिन बाद भी निगम की ओर से कोई अफसर न पहुंचे को लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। कर्मचारियों का कहना है कि कई बार सूचना देने के बाद भी निगम उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है।

क्या है मामला

रेलवे रोड थाना क्षेत्र के रौनकपुरा में नगर निगम की चार बिल्डिंग हैं। नगर निगम में काम करने वाले फोर्थ क्लास कर्मचारियों को पैंतीस साल पूर्व रौनकपुरा स्थित यह इमारत रहने के लिए दी गई थी। निगम की इस तीन मंजिला इमारत में सौ से अधिक क्वाटर हैं, जिनमें अस्सी सफाई कर्मियों के परिवार रहते हैं। पिछले पांच सालों से इस बिल्डिंग की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि रहना तो दूर देखने वाले की भी रूह कांप उठे। शुक्रवार करीब बारह बजे बिल्डिंग का एक हिस्सा भर-भरा कर नीचे आ गिरा, जिसकी चपेट में आने से दो लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर थाना पुलिस के साथ पहुंचे सीओ कैंट संकल्प शर्मा ने लोगों की मदद से अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।

नगर निगम ने नहीं ली सुध

एक ओर जहां तमाम शिकायतों और धरना-प्रदर्शन के बाद भी नगर निगम अपने ही कर्मचारियों की सुध नही ले रहा, वहीं घटना के बाद भी निगम का कोई अफसर मौके पर नहीं पहुंचा, जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। कर्मचारी नेता पंकज चंडालिया ने बताया कि निगम की लापरवाही के कारण सफाई कर्मचारी मौत के मुह में जीवन यापन करने को मजबूर हो रहे हैं।

आईनेक्स्ट ने चेताया था

क्977 में निर्मित जर्जर हो चुकी निगम की इस बिल्डिंग का सच और कर्मचारियों का दर्द आईनेक्स्ट ने क्9 जनवरी के अपने अंक में उजागर किया था। बावजूद इसके कान में तेल डालकर सो रहे अफसरों ने न तो कर्मचारियों की समस्या ही सुनी और न ही मामले की गंभीरता।

नगर निगम अफसरों से लगातार बिल्डिंग की मरम्मत कराने की मांग की जा रही है। निगम की ओर से कई बार यहां का सर्वे भी कर लिया गया है, लेकिन समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं निकल सका है। यदि आने वाले समय कोई बड़ी घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी निगम की होगी।

कैलाश चंदोला, सफाई कर्मचारी नेता, नगर निगम

बिल्डिंग को सही कराने के लिए प्रस्ताव बना लिया गया है। मरम्मत आदि के कार्यो के लिए कर्मचारियों को बिल्डिंग खाली करनी होगी। उनके अस्थाई निवासी का भी इंतजाम किया जा रहा है।

एसके दुबे, प्रशासक नगर निगम, एडीएम सिटी