-दिल्ली से मेरठ का किराया 150 व मोदीनगर से 100 रुपए

-अधिक किराया वसूलने पर उग्र हुए यात्रियों ने किया हंगामा

Meerut : रक्षाबंधन पर शनिवार को यात्रियों की दुर्गति हो गई। रोडवेज बसों में पैर रखने की जगह नहीं मिली तो वहीं डग्गामार भी जमकर दौड़ीं। डग्गामार वाहनों में दिल्ली से मेरठ का किराया दोगुना तक वसूला गया। ऐसे ही दिल्ली से मेरठ पहुंचने पर उग्र यात्रियों ने हंगामा कर दिया और बस रुकवाकर ड्राइवर-कंडक्टर को जमकर पीटा। हो-हंगामे के बीच पहुंचे रोडवेज अधिकारी भी असहाय बने रहे।

जमकर चले डग्गामार

आरटीओ व रोडवेज की शह पर बड़ी तादाद में डग्गामार बसें चल रही हैं। संयुक्त चेकिंग अभियान के नाम पर अफसर महज रस्म अदायगी से कागजों का पेट भर रहे हैं। जबकि इन बसों से रोजाना रोडवेज को लाखों रुपए की आर्थिक हानि हो रही है। शनिवार को दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, रूड़की, सहारनपुर, मुरादाबाद, हापुड़, बुलंदशहर समेत विभिन्न स्थानों के लिए जमकर डग्गामारी हुई। बस अड्डों के बाहर व मुख्य चौराहों से बसें व अन्य वाहन चलते रहे और जमकर चांदी काटी।

ज्यादा किराया वसूलने पर हंगामा

दिल्ली से आ रही बस में जमकर हंगामा हुआ। यात्रियों ने बताया कि दिल्ली से मेरठ के 150 रुपए किराया लिया गया, वहीं गाजियाबाद, मुरादनगर व मोदीनगर तक से 100 रुपए किराया लिया जा रहा है। विरोध करने पर ड्राइवर-कंडक्टर अनसुनी कर रहे हैं। बस मेरठ पहुंची तो फैज-ए-आम कॉलेज के पास से यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। रोडवेज की वर्कशॉप के सामने अजंता पेट्रोल पंप पर यात्रियों ने बस रुकवा दी और ड्राइवर व कंडक्टर से मारपीट का दी।

अफसर पहुंचे, शुरू की चेकिंग

सूचना पर एआरएम संदीप अग्रवाल पहुंचे। उन्होंने कहा कि संयुक्त चेकिंग अभियान शुक्रवार को खत्म हो गया। इस दौरान एआरटीओ एसएस सिंह, दीपक शाह के फोन उन्होंने मिलाए जो स्विच ऑफ थे। वहीं एआरटीओ विश्वजीत ने फोन उठाया, लेकिन यह कहकर रख दिया कि आज तो छुट्टी का दिन है, कोई नहीं पहुंच पाएगा। एआरएम इधर-उधर टहलते हुए असहाय महसूस करते रहे, जबकि उन्हीं के सामने अनेक डग्गामार बसें दौड़ती रहीं व यात्री उतरे।

नहीं है सीज करने की पावर

बस को सीज कराने के सवाल पर बोले कि मेरे पास बस सीज कराने की पावर नहीं है। आरटीओ या ट्रैफिक पुलिस ही ऐसा कर सकते हैं। इस दौरान काफी हंगामे की स्थिति बनी रही। यात्रियों ने रोडवेज व आरटीओ पर मिलीभगत के आरोप लगाए। कहा कि मोटी रकम अफसरों को जाती है, इसलिए बेधड़क डग्गामार बसें चल रही हैं। हंगामे व मारपीट के चलते दिल्ली रोड पर जाम के हालात बने रहे।