विदेशी वैज्ञानिकों की लेंगे मदद

बेंगलुरु में बाबा रामदेव ने एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया है कि विदेशी तकनीक और खास तौर पर स्विट्ज़रलैंड के वैज्ञानिकों की मदद से पतंजलि संस्थान गायों की ऐसी नस्ल विकसित कर रहा है जो विदेशी नस्लों की गायों की तरह ही प्रतिदिन 50 लीटर तक दूध देंगी। इस नस्ल की बछियों को आम लोग के लिए पंतजलि संस्थान द्वारा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है।

और भी हैं योजनायें

रामदेव ने ये भी बताया फिलहाल देश में गायों की जो नस्लें हैं वे 3 से 5 लीटर दूध प्रतिदिन देती हैं। पर इस नस्ल के विकसित होने के साथ स्थिति बदल जायेगी। इसके अलावा पतंजलि संस्थान देश के करीब 500 जिलों में गरुकुल शिक्षा संस्थानों की तर्ज़ पर विद्यापीठ भी स्थापित करने की योजना बना रहा है। संस्थान की भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए बाबा रामदेव ने बताया कि वे चार से पांच फूड पार्क भी विकसित किए जायेंगे। रामदेव ने दावा किया कि अगले दो तीन साल में पतंजलि अगले कुछ साल में देश की नंबर वन डेयरी उत्पाद कंपनी बन जायेगी।

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