शराबबंदी से समझौता नहीं, एक घंटे में पहुंचेगी पुलिस

मुख्यमंत्री ने घटना के उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ उपद्रवी लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। जांच के बाद असली कारणों का पता चलेगा। मुख्यमंत्री ने लोगों में असंतोष के कारण, प्रशासनिक चूक और पथराव करने वाले लोगों की पहचान कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। घटना की जांच पटना के कमिश्नर आनंद किशोर और आइजी नैयर हसनैन करेंगे।

उकसावे की परवाह नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे विकास काम से कुछ लोगों को परेशानी हो रही है। ऐसे लोग उकसावे और बहकावे की राजनीति में जुटे हैं। इनकी हमें परवाह नहीं। जनता ने हमें सेवा करने का मौका दिया है। हम न्याय के साथ विकास का काम करते हैं। लोगों ने हमें काम करने के लिए मौका दिया है, राज करने के लिए नहीं। हमलोगों का स्पष्ट तौर पर दिशा-निर्देश है कि हर पंचायत में सात निश्चय के तहत निर्धारित विकास के काम होने हैं, जिसे हर हाल में चार साल के अंदर पूरा करना है।

लोकतंत्र में विरोध का यह तरीका गलत

कुछ लोगों के अंदर जो गलतफहमी है वह अपने आप दूर हो जाएगी। किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने का संवैधानिक अधिकार सभी को है। हम इस तरह की हरकतों से अपनी बात को बुनियादी चीजों से भटकने नहीं देंगे। हम हर घर तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाना चाहते हैं। सीएम ने मानव श्रृंखला में लोगों से शामिल होने की अपील की।

बाहरी थे पत्थरबाज

प्रारंभिक जांच के बाद पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर और आइजी नैयर हसनैन ने कहा कि पथराव करने वाले नंदन गांव के ग्रामीण नहीं थे। सभी उपद्रवी बाहर से आए थे। जिस तरह के पत्थर और बोल्डर काफिले पर फेंके गए, वह आमतौर पर गांव में नहीं मिलते हैं। गांव के आसपास सड़क भी नहीं बन रही है। ऐसे में उपद्रवी पत्थर अपने साथ लेकर आए थे। पहले से साजिश थी। कार्यक्रम स्थल पर पार्टी के नेता, अफसर और काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।

तो नपेंगे अधिकारी

आनंद किशोर ने मीडिया से पथराव की सभी फोटो, फुटेज और गत एक सप्ताह में नंदन गांव के लोगों में आक्रोश की खबरों की कटिंग मांगी है। योजनाओं का चयन करने वाले अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। जांच होगी ऐसा किन हालातों में एक ही गांव में एक भाग मॉडल बन गया और दूसरा कोना बदहाल रहा। ऐसा तो कोई सरकारी निर्देश नहीं है कि एक गांव के विकास में भेदभाव किया जाए।

क्या कदम उठाए, होगी जांच

आनंद किशोर ने कहा कि मीडिया में विकास के प्रति ग्रामीणों के आक्रोश की जो फोटो के साथ खबरें छपीं उसके आलोक में अधिकारियों ने क्या उपाय किए? इसकी भी टीम जांच करेगी। फोटो वाले चेहरों की शिनाख्त कर उनसे भी पूछताछ की जाएगी। एसडीओ, बीडीओ समेत तमाम संबंधित अधिकारियों से दोनों जांच अधिकारी अलग-अलग पूछताछ करेंगे।

ग्रामीणों से मिलेंगे कमिश्नर

पटना के कमिश्नर आनंद किशोर ने बताया कि शनिवार का खुद और आइजी नैयर हसनैन गांव जाकर ग्रामीणों ने बातचीत करेंगे। पूरे गांव का निरीक्षण भी किया जाएगा। पुलिस ने फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।