डॉक्टर पर लगाया इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप

पुलिस ने कराया शांत, 15 दिन पहले भर्ती हुई थी किशोरी

ALLAHABAD: जिंदगी देने वाला अगर जान लेने का गुनहगार बन जाए तो इसे क्या कहेंगे? शुक्रवार को तेलियरगंज हॉस्पिटल में भर्ती मरीज की मौत पर परिजनों ने डॉक्टर पर ऐसा ही आरोप लगाया। उनका कहना था कि डॉक्टर ने जानबूझकर इलाज में लापरवाही की जिससे मरीज की जान चली गई। उनका कहना था कि मरीज का उचित इलाज करने के बजाय बिना किसी जांच डॉक्टर उसे बाहर से दवा खरीदकर देते रहे, जिससे उसे बचाया नही जा सका। हंगामा अधिक होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर परिजनों को शांत कराया।

15 दिन पहले भर्ती हुई थी प्रियंका

प्रतापगढ़ के मंडलवासों की गांव की रहने वाली प्रियंका को टीबी हॉस्पिटल में परिजनों ने 17 मार्च को भर्ती कराया था। उसकी सांस फूल रही थी। उसके भाई वेद प्रकाश का आरोप है कि हॉस्पिटल में तैनात डॉ। बीके चौधरी ने मरीज का सही इलाज नही किया। उसकी बिना कोई जांच कराए उसकी टीबी दवा चालू करा दी गई। इतना ही नही डॉक्टर ने बाजार से महंगी दवाएं भी मंगवाई जबकि हॉस्पिटल में सभी जरूरी दवाएं मौजूद हैं। इलाज में हजारों खर्च करने के बावजूद प्रियंका ने शुक्रवार को दम तोड़ा तो परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने हंगामा काटना शुरू कर दिया।

मौके पर पहुंची पुलिस

आक्रोशित परिजनों ने मरीज की लाश हॉस्पिटल से ले जाने से मना कर दिया। उनके हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस के जवान के हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को किसी तरह शांत कराया। इस दौरान परिजनों ने कहा कि बाजार से मंगाई गई महंगी दवाएं भी घटिया दर्जे की मरीजों को दी जाती हैं। इससे मरीजों को कोई फायदा नही होता। यह पूरा काम कमीशनबाजी की लालच में होता है। स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी भी इस ओर ध्यान नही देते हैं, जिससे मरीज परेशान हो रहे हैं।

मामले की जानकारी मुझे है। मरीज सीरियस हालत में भर्ती कराई गई थी। संबंधित डॉक्टर ने बाहर से दवाएं मंगाने की बात स्वीकारी है। उसने दोबारा ऐसा नही करने को कहा है। मरीज की जांच करवाई गई या नही, इसका पता लगाया जाएगा।

डॉ एसएन चतुर्वेदी, सीएमएस, टीबी हॉस्पिटल तेलियरगंज