RANCHI: रिम्स ओपीडी के बाहर बुधवार को एक मरीज ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। लेकिन, उसके पिता के बार-बार बुलाने पर भी डॉक्टर मरीज को देखने तक नहीं आए। मृतक की पहचान 26 वर्षीय सागर गराई के रूप में हुई है, जो पुरुलिया के अरशा थाना क्षेत्र से रिम्स में इलाज कराने आया था। उसे सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी। पुरुलिया के सदर अस्पताल ने बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया था, लेकिन यहां इलाज के बदले लापरवाही मिली और 24 जनवरी की सुबह उसने दम तोड़ दिया।

मृतक के पिता ने क्या कहा

मृतक के पिता पवन गराई ने बताया कि 22 जनवरी की देर रात सागर को बेहतर इलाज के लिए रिम्स लाया गया था, लेकिन यहां 50 से ज्यादा बार डॉक्टरों के पास जाने के बाद भी इलाज नहीं किया गया। नतीजन, ओपीडी के बाहर पड़े-पड़े मरीज की मौत हो गई।

क्या है नियम

नियम यह है कि रेफर मरीज का जल्द से जल्द इलाज शुरू की जाए, ताकि अस्पताल में आए मरीज की परेशानी और ना बढ़े। लेकिन रिम्स में मरीज को कई घंटे इंतजार करना पड़ा। लेकिन, डॉक्टर ने नहीं देखा और सागर की मौत हो गई।

क्या कहते हैं रिम्स सुपरिटेंडेंट

जब इस मामले में मेडिकल सुपरिटेंडेंट एसके चौधरी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि डॉ जेके मित्रा ने मरीज को देखा था। मरीज का इलाज भी चल रहा था। इसके बाद उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।