-मामला रिम्स में स्टाफ की मनमानी का

-3 सुपरवाइजर, 10 ट्रॉलीमेन थे ड्यूटी पर तैनात

-खून की उल्टियां कर रह मरीज ट्रॉली का करता रहा इंतजार

RANCHI: रिम्स में शुक्रवार को अजब नजारा दिखा। काफी इंतजार करने के बाद जब ट्रॉली नहीं मिली, तो परिजन ने अपने कंधे पर टांग कर मरीज को इमरजेंसी में पहुंचाया। जबकि उस वक्त तीन सुपरवाइजरों के साथ क्0 ट्रॉली मैन ड्यूटी पर तैनात थे। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इसके पहले भी स्टाफ्स की मनमानी का खामियाजा मरीज व उनके परिजन भुगतते रहे हैं। यह हाल तब है जबकि डायरेक्टर रिम्स की व्यवस्था सुधारने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इससे स्टाफ को कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है।

क्या है मामला

डालटनगंज के लाल्हे निवासी सुजीत कुमार को उल्टी की शिकायत के बाद रिम्स लाया गया था। इस दौरान उसे उल्टी के साथ खून भी आ रहा था। जब सुजीत को लेकर उसके माता-पिता रिम्स पहुंचे तो उन्हें ट्राली नहीं मिली। इसके बाद साथ आए युवक की पीठ पर लादकर उसे इमरजेंसी में पहुंचाना पड़ा, जहां उसका इलाज शुरू हो सका।

ड्यूटी से गायब थे ट्रालीमैन

इमरजेंसी में सिक्योरिटी गार्ड के पास ट्रालीमैन की ड्यूटी, मरीज को लाने-ले जाने का पूरा रिकार्ड होता है। लेकिन उस वक्त एक भी ट्रालीमैन ड्यूटी पर तैनात नहीं था। जबकि रजिस्टर में सबका नाम दर्ज था। ट्राली इंचार्ज हसनैन ने पूछने पर केवल पांच ट्रालीमैन के बारे में बताया। बाकी ट्रालीमैन के बारे में वह कुछ बता नहीं पाया।

रिम्स में ट्राली और स्टाफ की कमी नहीं है। इसके बावजूद अगर लापरवाही बरती जा रही है, तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। हास्पिटल की व्यवस्था सुधारने के लिए हम पूरा प्रयास कर रहे हैं।

-डॉ.रघुनाथ, एमओ, रिम्स