-6 मरीज 100 परसेंट बर्न के बाद पहुंचे

-एक की एंबुलेंस में ही मौत

-सभी अस्पताल अलर्ट पर, ट्रॉमा, सिविल, बलरामपुर में बेड रिजर्व

LUCKNOW:

एनटीपीसी ऊंचाहार की घटना में घायल हुए काफी मरीजों को इलाज के लिए देर रात तक राजधानी के अस्पतालों में लाने का सिलसिला जारी रहा। सभी मरीज बुरी तरह से जलने के बाद पहुंचे थे। अकेले सिविल अस्पताल में रात पौने दस बजे तक 8 मरीज पहुंचे थे। जिसमें 100 परसेंट जले होने के कारण कमलेश प्रसाद (25) की कुछ ही देर में मौत हो गई।

सबसे पहले रात 9 बजे 108 सेवा की एंबुलेंस चंदन कुमार नाम के युवक को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची। इसके बाद मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। दूसरे मरीज वीरेंद्र यादव और फिर अमृत को अलग एंबुलेंस लेकर पहुंची। इसके अलावा अरविंद, अजय कुमार मेहता, नागेंद्र को भी गंभीर हालत में भर्ती कराया गया। जबकि आधे घंटे बाद राम रतन को भी लाया गया। सिविल अस्पताल के एमएस डॉ। आशुतोष दुबे ने बताया कि देर रात तक 8 मरीज पहुंच चुके थे जिसमें से एक की मौत हो गई।

ट्रॉमा सहित सभी अस्पताल अलर्ट

एनटीपीसी की घटना की जानकारी मिलने के बाद राजधानी के सिविल अस्पताल, केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर, बलरामपुर और लोहिया अस्पताल को अलर्ट कर दिया गया। सिविल में ही प्रदेश की इकलौती बर्न यूनिट है। इसलिए यहां पर 40 बेड खाली कराकर बर्न के मरीजों के लिए अतिरिक्त रिजर्व किए गए। देर रात तक ऊंचाहार से मरीजों के आने का क्रम जारी रहा।