RANCHI : मरीजों की बेहतर देखभाल कैसे हो? इलाज व सेवा की नवीनतम तकनीक की कैसे जानकारी मिले? इसके लिए सदर की नर्सेज और अधिकारियों को समय-समय पर ट्रेनिंग दिया जाना है, लेकिन आजतक यहां की किसी भी नर्स व अधिकारी को आजतक इस बाबत ट्रेनिंग नहीं दी गई, जबकि ओरिएंटेशन प्रोग्राम के लिए फंड महीनों से यूं ही पड़ा है। इस फंड से नर्सो को ट्रेनिंग के लिए केरल भेजा जाना था, पर यह फाइलों की ही धूल फांक रहा है।

ओपीडी में आते 600 मरीज

सदर के ओपीडी में हर दिन लगभग छह सौ मरीज इलाज के सिलसिले में आते हैं। इनमें ज्यादातर मरीज मेडिसीन, ईएनटी, आई, गायनी, पेडियाटिक्स और आर्थो के होते हैं। चाहे आउटडोर हो या इनडोर, मरीजों की देखभाल व दवा-इंजेक्शन देने का काम नर्सो के जिम्मे होता है। इस बाबत नर्सो को अप-टू-डेट करने व दक्ष बनाने के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम के तहत ट्रेनिंग दी जानी है। पर, सदर के नर्सो व अधिकारियों को इस तरह की कोई ट्रेनिंग नहीं कराई जा रही है। इस बाबत हॉस्पिटल की मैनेजर अंतरा झा ने बताया कि ओरिएंटेशन प्रोग्राम के लिए फंड तो मिला है। अब आदेश मिलने के बाद नर्सो व अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए केरल भेजा जाएगा। वहां से ट्रेनिंग लेने के बाद वे यहां की अन्य नर्सो से एक्सपीरिएंस शेयर करेंगी, ताकि मरीजों को बेहतर ट्रीटमेंट व सर्विस मिल सके।