कमला नेहरू हास्पिटल में हुई घटना, परिजनों ने जताई नाराजगी दवा कंपनी हटी पीछे, रफा-दफ करने में जुटा हॉस्पिटल allahabad@inext.co.in ALLAHABAD: हॉस्पिटल में इलाज कराने गई मरीज के साथ हुई लापरवाही ने परिजनों के होश उड़ा दिए। मामला सामने आने पर परिजनों ने हंगामा काटा। मामले को दबाने में जुटे हॉस्पिटल प्रशासन को तब झटका लगा जब दवा कंपनी ने फाइन देने से मना करते हुए पल्ला झाड़ लिया। मामला कमला नेहरू हॉस्पिटल का है जहां भर्ती एक बच्ची को फंगस लगा आइसोलाइड चढ़ा दिया गया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। बढ़ गया इंफेक्शन का खतरा बहादुरगंज निवासी विशाल कुमार लाल की डेढ़ साल की बेटी संस्कृति को बुखार से पीडि़त होने पर रविवार रात उसे कमला नेहरू हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। कमरा नंबर एफसी वन में इलाज के दौरान मंगीलवार सुबह नर्सो ने उसे आइसोलाइड की बोतल लगाई, जिसमें फंगस लगा हुआ था। इससे मरीज की हालत बिगड़ने लगी और फंगस की वजह से इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ गया। सील कर दी गई बोतल यह देखकर विशाल ने शिकायत ड्यूटी पर तैनात डॉ। अर्चना श्रीवास्तव से की। तत्काल बोतल को सील पैक कर दिया गया। बताया कि दवा को स्टोर रूम से लाया गया था। संस्कृति को कुछ इंजेक्शन लगाने के बाद एसी रूम में भर्ती किया गया। इस बीच परिजनों का गुस्सा बढ़ गया और वह हंगामा करने लगे। बच्ची की हालत नार्मल होते देख उनका गुस्सा शांत हुआ। उधर हॉस्पिटल प्रशासन ने आइसोलाइड सप्लाई करने वाली कंपनी को परिजनों को खर्च देने की बात कही लेकिन कंपनी ने ऐसा करने से इंकार कर दिया है। कंपनी ने मामले का जिम्मेदार हॉस्पिटल प्रशासन को ठहराया है। वर्जन फंगस लगी आइसोलाइड की बोतल को सील करके ड्रग कंट्रोलर से शिकायत कर दी गई है। विभाग अपने हिसाब से कार्रवाई करेगा। हम लोग बच्ची की देखभाल कर रहे हैं और अब उसकी हालत स्थित है। -हरिओम, सहायक निदेशक कमला नेहरू हास्पिटल