-आई एक्सक्लूसिव

- कैंसर पेशेंट्स का डाटा बैंक हो रहा तैयार, लखनऊ के केजीएमयू में होगा स्टोर

- जेके कैंसर हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को मिलेगा फायदा, सुपरस्पेशिएलिटी उपचार के लिए नहीं करनी पड़ेगी भागदौड़

KANPUR@Inext.co.in

KANPUR: कैंसर के सुपरस्पेशिएलिटी इलाज के लिए लखनऊ की भागदौड़ अब खत्म होगी। कैंसर पेशेंट शहर में रहकर भी लखनऊ में पीजीआई और केजीएमयू के डॉक्टर्स से इलाज को लेकर सलाह ले सकेगे। शासन ने इसके लिए एक ऑनलाइन मॉनीटिरिंग व एडवायजरी सॉफ्टवेयर तैयार करने का ठेका एक एनजीओ को दिया है। जिसके जरिए पेशेंट को इलाज के लिए ऑनलाइन ही सलाह दी जाएगी। उसके बाद वह उसी शहर के सरकारी अस्पताल में अपना इलाज करा सकता है।

बनेगा सेंट्रल पेशेंट मैनेजमेंट सिस्टम अभी लखनऊ के तीन प्रमुख मेडिकल संस्थानों में कैंसर के 44 लाख मरीजों का रजिस्ट्रेशन हैं। कानपुर के जेके कैंसर हॉस्पिटल में भी हर साल 10 हजार से ज्यादा मरीजों का रजिस्ट्रेशन होता है। शासन ने केजीएमयू को प्रदेश सभी ऐसे संस्थानों जहां कैंसर का इलाज होता है वहां से मरीजों की डिटेल जुटाने का काम सौंपा है। इसे एक विशेष सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा। और कैंसर ट्रीटमेंट करने वाले सभी संस्थानों को इस सॉफ्टवेयर के जरिए आपस में जोड़ा जाएगा और एक सेंट्रल पेशेंट मैनेजमेंट सिस्टम बनाया जाएगा।

नहीं लगानी पड़ेगी दौड़

सॉफ्टवेयर के जरिए कम्यूनिकेशन के लिए जेके कैंसर हॉस्पिटल में एक सिस्टम लगेगा। जिसके जरिए यहां आने वाले मरीजों को केजीएमयू, पीजीआई जैसे संस्थानों के सुपरस्पेशलिस्ट आंकोलॉजिस्ट से संपर्क किया जा सकेगा। ऑनलाइन ही मरीज को कीमोथेरेपी व दूसरे ट्रीटमेंट के लिए लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा। वह ट्रीटमेंट को जेके कैंसर हॉस्पिटल में ही करा सकेगा।

वर्जन-

कैंसर के मरीजों का डाटा स्टोर किया जा रहा है। इलाज के लिए मरीजों की भागदौड़ कम हो इसके लिए सिस्टम पर काम किया जा रहा है और सुविधाओं में इजाफा करने की कोशिश है।

- डॉ.एमपी मिश्रा, डॉयरेक्टर, जेके कैंसर इंस्टीटयूट