PATNA: पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विस्तार की योजना को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है। अक्टूबर से पटना एयरपोर्ट के विस्तार के साथ ही इसे नई शक्ल देने की कवायद शुरू हो जाएगी। राज्य सरकार ने इसकी तैयारी पूर्व से ही कर रखी है और प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए जितनी जमीन की आवश्यकता थी उसकी व्यवस्था भी कर ली गई है।

एयरपोर्ट पर बनाए जाएंगे 14 प्लेटफॉर्म

सरकार की योजना के मुताबिक जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा साढ़े तीन साल यानी 2021 तक नए स्वरूप में नजर आएगा। इस महत्वपूर्ण योजना पर 1200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। एयरपोर्ट विस्तार में दौरान यहां 14 प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे। इनमें से छह में एयरो ब्रिज होंगे। बारिश के मौसम में एयरो ब्रिज के जरिए पैसेंजर प्लेन तक पहुंच सकेंगे।

इंदिरा गांधी एयरपोर्ट की तर्ज पर होगा विकास

नए बनने वाले एयरपोर्ट का विकास इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तर्ज पर किया जाएगा। यहां तब एक नहीं दो टर्मिनल भवन होंगे। पहला टर्मिनल आज जहां एयरपोर्ट है वहां होगा, इसका विस्तार वर्तमान स्टेट हैंगर तक होगा। जबकि दूसरा टर्मिनल भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) की जमीन पर बनेगा।

पुराने टर्मिनल भवन की क्षमता वार्षिक 50 लाख यात्रियों की

जानकारों के मुताबिक जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर नया टर्मिनल भवन स्टेट हैंगर के पास बनेगा। इस टर्मिनल की वार्षिक क्षमता 50 लाख यात्रियों की होगी। मतलब एक वर्ष में पचास लाख यात्री इस टर्मिनल का उपयोग कर सकेंगे।