- पटना के सबसे बड़े भवन में सुरक्षा नदारद

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की लाइव रिपोर्ट

PATNA : सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यूपी की तरह बिहार में भी वीआईपी सिक्योरिटी का नया स्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा है। सीएम और पूर्व सीएम की सुरक्षा को लेकर अधिक संख्या में जवानों की बहाली का रास्ता कैबिनेट में पास हो गया है लेकिन सवाल यह है कि आम जन की सुरक्षा का जिम्मा किसके हाथ है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आम जन की सुरक्षा को लेकर मुहिम शुरू करने जा रहा है। हम जनता की आवाज बनेंगे और वीआईपी सुरक्षा की तरह आम लोगों की सुरक्षा के लिए भी सरकार तक आवाज पहुंचाने का काम करेंगे। इसकी शुरुआत हम पटना के बड़े और भीड़-भाड़ वाले बिस्कोमान भवन की सुरक्षा की लाइव रिपोर्टिग के साथ कर रहे हैं। ये ऐसा असुरक्षित भवन है जहां कोई भी आतंकी घटना कर पटना को दहला सकता है।

- बिस्कोमान है पटना का जान

गांधी मैदान एरिया में स्थित बिस्कोमान भवन को पटना के जान के रूप में जाना जाता है। ये आकर्षण का केंद्र तो है ही यहां कई सरकारी कार्यालय के साथ अधिक संख्या में दुकानें हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो प्रतिदिन यहां 5 से 10 हजार लोग किसी न किसी न किसी काम से आते हैं। इसमें एक को बिस्केामान तो एक तो बिस्कोमान टॉवर के नाम से जाना जाता है। बिस्कोमान टॉवर 18 मंजिला है जबकि बिस्कोमान भवन 5 मंजिला है। बिस्कोमान टॉवर में 17 और 18 वीं मंजिल पर मूविंग रेस्टोरेंट है जहां प्रतिदिन लोगों की भीड़ लगी रहती है। बिस्कोमान प्रशासन के मुताबिक बिस्कोमान भवन में 47 सरकारी और प्राइवेट कार्यालय के साथ दुकानें हैं।

Name Height Floors

Biscomaun Bhawan 71 metres(233 ft) 18

Yamuna Apartment 58 metres(190 ft) 14

Aashiana Plaza 52 metres(171 ft) 10

Luv Kush Tower 52 metres (171 ft) 10

Sahara India Vihar 44 metres(144 ft) 8

नोट: बिस्कोमान टॉवर के क्7 -क्8 मंजिला पर चलता है मूवमेंट रेस्टोरेंट और दोनों भवनों में है ब्7 सरकारी प्राइवेट कार्यालय और दुकान

यहां लगती है भीड़

- डीटीओ कार्यालय,

- एअर टेल ऑफिस,

- बेल्ट्रॉन,

- पंचायती राज,

- मेडिकल,

- जीविका,

- नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी,

- इग्नू,

- आईआरसीटीसी

- मूवमेंट रेस्टोरेंट

- कई नामी रेस्टोरेंट व दुकान

- पड़ताल में सुरक्षा नदारद

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में सुरक्षा पूरी तरह से नदारद मिली। बिस्कोमान भवन और टॉवर में प्रवेश के लिए कुल पांच गेट हैं लेकिन कहीं पर भी कोई सुरक्षा गार्ड नहीं है। सीढ़ी और पार्किंग में बोरे और झोले में लावारिश की तरह पड़े सामान संदिग्धता बढ़ा रहे थे। लावारिश पड़े सामानों को कोई चेक करने वाला नहीं था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम बिस्कोमान टॉवर और भवन के हर तल पर घूम कर पड़ताल की लेकिन कहीं भी सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। प्रशासनिक अधिकारी भी मानते हैं यहां प्रतिदिन पांच हजार से अधिक लोग आते हैं लेकिन सुरक्षा की बात पर चुप्पी साध जाते हैं। सीढ़ी और आस पास एरिया में कबाड़ में भी काई बिस्फोटक रख सकता है या फिर वहां आग जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं। इसके बाद भी प्रशासन सुरक्षा को लेकर बेफिक्र है। बिस्कोमान के एमडी छुट्टी पर चल रहे हैं और उनके बाद के अफसर मुंह खोलने से कतराते रहे। ऐसे में सुरक्षा को लेकर हो रही मनमानी का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।

- ऐसे होती है सुरक्षा

- बिस्कोमान प्रशासन के पास नहीं है शस्त्र वाले सुरक्षा जवान

- मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षा के अन्य आधुनिक उपकरण भी नहीं

- फ्0 प्राइवेट निहत्थे गार्डो पर टिकी है सुरक्षा की कमान

- प्रतिदिन भ् से क्0 हजार लोगों का होता है आना जाना

- अफसर सुरक्षा को लेकर कुछ बोलने से कतराते हैं

- सुरक्षा को लेकर कभी भी नहीं की गई जवानों की मांग

घंटों रहे पर नहीं हुई कोई चेकिंग

डीटीओ कार्यालय में काम था और वहां घंटों रहा। किसी भी गेट पर कोई जांच पड़ताल नहीं हुई। यहां कोई भी आतंकी आसानी से घटना कर पटना को दहला सकता है।

- प्रिंस, पटना सिटी

काफी देर तक बिस्कोमान भवन में था। डीटीओ कार्यालय में काम के चलते कई बार बाहर आना जाना पड़ा लेकिन कोई जांच पड़ताल नहीं की गई।

- विक्की, राजेंद्रनगर

इतने बड़े भवन में सुरक्षा को लेकर लापरवाही बड़ा सवाल है। न तो प्राइवेट सुरक्षा देखने को मिली और न ही सरकारी। ऐसे में यहां कभी भी कोई घटना हो सकती है। सुरक्षा को लेकर सरकार को ध्यान देना चाहिए।

- संजीव, पटना

सुरक्षा को लेकर यहां बड़ी चूक है। इस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है, जिस दिन कोई बड़ी घटना हुई तो पूरा पटना दहल जाएगा। क्योंकि बदमाश भी ऐसे ही स्थानों को निशाना बनाते हैं जहां सुरक्षा व्यवस्था न हो।

- शत्रुघन, दानापुर