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PATNA : पटना में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. इस वजह से लोगों को रात काटनी मुश्किल हो रही है. इतना ही नहीं दिन के समय खुले में बैठना पाना मुश्किल हो गया है. इससे बेपरवाह पटना नगर निगम फॉगिंग कराना भी मुनासिब नहीं समझ रहा है. केवल वीआईपी और पॉश एरिया में फॉगिंग कर निगम अपनी ड्यूटी पूरी कर ले रहा है. जबकि कॉमन मैन वाले इलाके के लोगों को निगम ने अपने हाल पर छोड़ दिया है. अस्पतालों में डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या लगातर बढ़ रही है. डीजे आई नेक्स्ट ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि पटना नगर निगम के पास जनसंख्या के अनुपात में फॉगिंग मशीन ही नहीं है.

10 मशीनों के भरोसे सिटी

निगम के विभिन्न अंचलों में मात्र 10 फॉगिंग मशीन है जो राजभवन, सीएम हाउस, बिहार सरकार के मंत्रियों के आवास, विधायकों के आवास, सांसद आवास, कंकड़बाग व पटना सिटी के कुछ इलाकों में फॉगिंग कर पाती है. नाम न छापने की शर्त पर नूतन राजधानी अंचल के एक कर्मी ने बताया कि फॉगिंग मशीन के लिए ऑर्डर हो चुका है मगर विभागीय लापरवाही के चलते आज तक मशीन खरीदी नहीं गई. जिस वजह से वीआईपी इलाकों में ही फॉगिंग कार्य हो पाता है.

25 लाख की आबादी पर संकट

पटना में 25 लाख से अधिक लोग रहते हैं. लेकिन नगर निगम के पास मात्र 10 फॉगिंग मशीनें हैं. राजीव नगर, पोस्टल पार्क, अनिसाबाद, पटेल नगर, राजवंशी नगर, बाजार समिति सहित कई इलाकों में साल में एक या दो बार ही फॉगिंग होती है. बाजार समिति एरिया में रहने वाले स्टूडेंट चंदन प्रकाश ने बताया यहां लगभग 4 लाख से अधिक स्टूडेंट्स रहते हैं. सैदपुर नाले की वजह से मच्छरों का आतंक हमेशा रहता है फिर भी यहां फॉगिंग नहीं होती है.