-बहादुरपुर थाने की वारदात, नशे में पकड़े गए आरोपित को छोड़ने का थानेदार ने किया भंडाफोड़

-एसएसपी ने दारोगा देवपाल और मुंशी विश्वनाथ के निलंबन के बाद बर्खास्तगी का प्रस्ताव भेजा

क्कन्ञ्जहृन् : नशे में धुत युवक से मोटी रकम लेकर मामला रफा-दफा करने में जुटे बहादुरपुर थाने के दारोगा देवपाल पासवान और मुंशी विश्वनाथ प्रसाद को थानेदार कृष्ण कुमार गुप्ता ने जेल भिजवा दिया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर खुद जांच की और मातहतों पूरे मामले की जानकारी दे दी। इसके बाद रविवार को शराब के सेवन में पकड़े गए आलोक रंजन के साथ दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के बाद बेउर जेल भेज दिया गया।

एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि आरोपित पुलिसकर्मियों पर बिहार एक्साइज एक्ट की धारा 51 और बिहार पुलिस एक्ट की धारा 78 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। प्रावधान के तहत दारोगा देवपाल पासवान और मुंशी विश्वनाथ प्रसाद को सेवा से बर्खास्त करने का प्रस्ताव भेजा गया है।

किराएदार से कर रहा था झगड़ा

शनिवार की रात बहादुरपुर थानेदार को एक युवक ने फोन कर जानकारी दी कि उसका मकान मालिक शराब पीकर झगड़ा कर रहा है। गश्ती दल रामपुर में आलोक के घर पहुंचा और उसे हिरासत में थाने लाया गया। देवपाल ओडी (ऑन ड्यूटी) पदाधिकारी की भूमिका में थे। थानेदार ने औपचारिकता पूरी कर आरोपित को गिरफ्त में लेने का आदेश दिया।

मुंशी ने मांगी मोटी रकम

पकड़े जाने के बाद आलोक रोने-गिड़गिड़ाने लगा, तब मुंशी ने मोटी रकम की मांग की। सौदा तय होने के बाद मुंशी ने दारोगा को भी मिला लिया। दोनों ने आलोक को थाने से भगा दिया। इसके बाद किराएदार ने एसएसपी को फोन कर घटना की जानकारी दी और बताया कि आरोपित को थाने से छोड़ दिया गया है। उन्होंने सूचना के सत्यापन के लिए थानाध्यक्ष को भेजा गया।

थानाध्यक्ष ने बहाने से आलोक को दोबारा बुलाया। ब्रेथ एनालाइजर से अल्कोहल की जांच की तो रिपोर्ट में यह 109.05/100 एमएल प्राप्त हुआ, शराब पीने की पुष्टि हुई। थानाध्यक्ष ने एसएसपी को दारोगा और मुंशी की करतूत बताई, जिसके बाद वह भड़क उठे। विशेष सेल की टीम भेजी और दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्त में ले लिया। वायरलेस से उनके निलंबन की जानकारी दी गई। आलोक के बयान के बाद थानाध्यक्ष ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।