- अब बालू माफियाओं की जड़ खंगालने की तैयारी

- विभागीय अधिकारियों के साथ की बैठक में दिया निर्देश

PATNA (9 Aug): प्रदेश के चर्चित आईएएस अफसर और शराबबंदी कानून बनाकर प्रदेश में हड़कम्प मचाने वाले केके पाठक बालू माफियाओं की जड़ खंगालने वाले हैं। बुधवार को खान एवं भूतत्व विभाग के प्रधान सचिव का कार्यभार संभालते ही उन्होंने उस फाइल को तलब की जिसके सहारे बड़ा खेल होता है। वह बालू घाटों के टेंडर से संबंधित सभी फाइलों पर अध्ययन करना शुरू कर दिए हैं। विभागीय अधिकारियों के साथ उनकी बैठक में जो तेवर दिखा है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

- काफी प्रयास के बाद माने अफसर

फ्क् जुलाई को जब केके पाठक का ट्रांसफर राजस्व पर्षद से खान एवं भूतत्व विभाग में किया गया तब उन्होंने कुछ व्यक्तिगत कारणों से योगदान देने से मना कर दिया था। बाद में सरकार द्वारा दबाव डालने के बाद वे योगदान को राजी हो गए। पाठक खान एवं भूतत्व विभाग में योगदान करते ही एक्शन में दिखे।

- अधिकारियों को बताया काम का ट्रेंड

प्रधान सचिव केके पाठक ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में कई महत्वपूर्ण फाइल मंगाकर उसे देखा और अधीनस्थ अधिकारियों को जरूरी निर्देश जारी किए। बालू के अवैध खनन, परिवहन और भंडारण को लेकर उन्होंने रूपरेखा तैयार कर ली है।

प्रदेश में नई सरकार के आने के बाद खान एवं भूतत्व विभाग चर्चा में है। बालू माफियाओं में कई प्रभावशाली लोगों का नाम सामने आया है जो प्रधान सचिव के निशाने पर हो सकते हैं अगर कोई साक्ष्य मिला तो।

- विभाग में है हड़कम्प

सूत्रों की मानें तो खान एवं भूतत्व विभाग के कई अधिकारी बालू माफिया के संरक्षक भी रहे हैं। ऐसे में केके पाठक के विभाग में आने के बाद अब न केवल बालू माफिया की बल्कि अन्य लघु खनिजों जैसे पत्थर, मोरम, चूना पत्थर और मिटटी के अवैध खनन में संलिप्त माफिया तत्वों के साथ-साथ विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। इसे लेकर विभाग में काफी हड़कम्प है। सूत्रों का कहना है कि जिस विभाग को पहले मालदार माना जाता था और वहां हमेशा मोटे ठेकेदारों की भीड़ रहती थी आज सन्नाटा है।