PATNA : 'प्रयोग का दुरुपयोग' कैपेंन में कल आपने पढ़ा कि कैसे यहां के सरकारी स्कूलों में प्रैक्टिकल में मा‌र्क्स दिए जाते हैं। हमने आपको राजकीय महिला उच्च माध्यमिक विद्यालय, बांकीपुर से रू-ब-रू कराया था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आज आपको पटना कॉलेजिएट स्कूल की हकीकत आपके समक्ष ला रहा है कि कैसे यहां भी प्रैक्टिकल में मा‌र्क्स रेवड़ी की तरह बांटे जाते हैं। आपको जानकर यह आश्चर्य होगा कि जिस स्कूल के बारे में हम आज बताने जा रहे हैं वो बड़ा ही फेमस है। इस स्कूल में बॉलीवुड स्टार शत्रुघ्न सिन्हा, विधायक नीतिन नवीन, अरुण कुमार सिन्हा, नवल किशोर यादव जैसे दिग्गज लोगों ने पढ़ाई की है। पर आज इस स्कूल की स्थिति ठीक नहीं है। पेश है खास रिपोर्ट

फैक्ट फिगर

स्कूल/ कॉलेज : पटना कॉलेजिएट स्कूल

स्थान : दरियापुर

प्राचार्या : माधुरी द्विवेदी

प्रैक्टिकल रूम : फ् (रसायन, भौतिक, जीव विज्ञान )

इंटर का रिजल्ट :

प्रैक्टिकल में पास प्रतिशत: क्00 प्रतिशत

प्रैक्टिकल में मिनिमम-मैक्सिमम मा‌र्क्स : ख्म्-फ्0

आंखों देखी

'प्रयोग का दुरुपयोग' कैंपेन के तहत दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम जब पटना कॉलेजिएट स्कूल पहुंची तो तीनों ही विषय (रसायन, भौतिक, जीव विज्ञान )का प्रैक्टिकल रूम बंद मिला। संबंधित विभागाध्यक्ष के बारे में स्टूडेंट्स से जब पूछताछ की गई तो पता चला की वह छुट्टी पर हैं। फिर रिपोर्टर ने स्कूल की प्राचार्या माधुरी द्विवेदी से साइंस प्रैक्टिकल रूम और उसकी व्यवस्था के बारे में बातचीत की। जब रिपोर्टर प्रैक्टिकल रूम में प्रवेश किया तो वहां की स्थिति को देखकर दंग रह गया। प्रैक्टिकल रूम जहां जार, परखनली, कैलिपर्स व अन्य इंस्ट्रूमेंट होना चाहिए था, वहां गंदगी और कचरा का अंबार लगा हुआ था। कहीं कप प्लेट तो कहीं चाय का ग्लास इधर-उधर बिखरा पड़ा था। प्रैक्टिकल रूम को देखने से साफ पता चल रहा था कि इसका यूज किचन के तौर पर किया जा हर है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब प्रयोगशाला खुलता ही नहीं तो स्टूडेंट्स को प्रायोगिक परीक्षा में अच्छे मा‌र्क्स कैसे मिल जाता है?

फिर भी मिलते हैं अच्छे मा‌र्क्स

सबसे खास बात यह है कि प्रैक्टिकल परीक्षा स्कूलों में ही होती है इसलिए छात्रों को सहूलियत मिलती है। प्रैक्टिकल के लिए छात्र जो फाइल तैयार करते हैं, उसमें से ही परीक्षक अधिकतर सवाल पूछते हैं। जब रिपोर्टर ने प्रैक्टिकल रूप की ऐसी स्थिति के बारे में प्राचार्या से पूछताछ की तो उन्होने बताया कि पूरे पटना में यहां जैसी व्यवस्था कहीं और देखने को नहीं मिलेगा। मगर हकीकत कुछ और है। उन्होने ये भी कहा स्टूडेंट्स के प्रयोग के लिए विभिन्न प्रकार के सामन पिछले साल ही मंगाया गया था।

ऐसे बरसे थे प्रैक्टिकल में मा‌र्क्स

इंटरमीडिएट परीक्षा में ख्0क्म्-ख्0क्7 में पास हुए कुछ स्टूडेंट्स का जब प्रैक्टिकल मा‌र्क्स चेक किए गए तो वो चौंकाने वाले थे। फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायो इन तीनों विषयों के प्रैक्टिकल में अधिकांश बच्चों को प्रैक्टिकल में ख्म् से फ्0 मा‌र्क्स दिए गए हैं। कुछ रॉल नंबर का रिजल्ट आप भी देखें।

रॉल नंबर प्रैक्टिकल के मा‌र्क्स कैमिस्ट्री

क्70क्00क् फ्0 / फ्फ्

क्70क्00फ् ख्म् / फ्फ्

क्70क्00ब् ख्म् / फ्फ्

क्70क्00भ् ख्ब् / फ्फ्

हमारे स्कूल में प्रैक्टिकल रूम पूरी तरह से व्यवस्थित है। स्टूडेंट्स को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल की सुविधा भी दी जाती है। पूरे पटना के सरकारी स्कूलों में हमारे स्कूल जैसा व्यवस्थिति प्रैक्टिकल लैब कही और देखने को नहीं मिलेगा।

- डॉ.माधुरी द्विवेदी, प्रधानाचार्य, पटना कॉलेजिएट कॉलेज

सच तो यह है कि प्रयोगशाला कभी खुलता ही नहीं है तो हम लोग उसका उपयोग कैसे करेंगे। प्रैक्टिकल के नाम पर हमसे केवल फीस लिया जाता है। केवल थ्योरी की पढ़ाई होती है प्रैक्टिकल तो पढ़ाने वाला भी कोई नहीं है।

- मोनू कुमार, स्टूडेंट

मैं तो आज तक प्रैक्टिकल रूम में नहीं गया। इस स्कूल में प्रयोगशाला तो है पर उसमें कभी प्रायोगिक कार्य नहीं होता। हमें तो केवल परीक्षा के दौरान फाइल तैयार कराया जाता है। उसी के आधार पर मा‌र्क्स मिलता है।

- ऋतिक कुमार, स्टूडेंट

प्रैक्टिकल की व्यवस्था स्कूल में है ये जानती हूं। पर कभी भी इसका प्रायोग नहीं किया जाता। परीक्षा के समय प्रैक्टिकल की तैयारी के लिए छात्रों के एक कमरे में बैठाकर ब्लैकबोर्ड पर लिखवाया जाता है।

-निशा, स्टूडेंट