-पितृपक्ष मेला को लेकर कई मार्ग वन-वे, बडे़ वाहनों के लिए समय निर्धारित

PATNA/ GAYA : विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेले को लेकर गया में तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। हालांकि कुछ तैयारियों को अभी युद्धस्तर पर अंजाम दिया जा रहा है। मंगलवार की शाम विष्णुपद मंदिर परिसर में बने भव्य पंडाल में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मेले का आगाज होगा। इसी स्थान पर 20 सितंबर को मेले का समापन समारोह होगा। मेला के दौरान सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है।

मेला क्षेत्र की बढ़ने लगी रौनक

देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था दुरुस्त की जा रही हैं। विष्णुपद मेला क्षेत्र की रौनक धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। गयापाल पंडे, विष्णुपद मंदिर से लेकर जिला प्रशासन तक तैयारी को मुकम्मल रूप देने में युद्धस्तर पर जुटा है। पहले दिन 5 सितंबर को पिंडदानी पटना जिले की पुनपुन नदी से कर्मकांड शुरू करेंगे। वहां नहीं जाने वाले गया के गोदावरी तालाब से पिंडदान कर 21 कुलों को उद्धार की कामना करेंगे। 6 सितंबर यानी पूर्णिमा को फल्गु और प्रतिपदा (7 सितंबर) को प्रेतशिला स्थित वेदियों पर पिंडदान होगा।

शहर का बदला ट्रैफिक

कल से पितृपक्ष मेला महासंगम को लेकर कई मार्ग को वन वे कर दिया गया है। बस पड़ाव व परिचालन के लिए भी मार्ग निर्धारित किए गए हैं। नई व्यवस्था पांच सितंबर से लागू हो जाएगी। ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।

बस व अन्य वाहनों की पार्किंग

सिकडि़या मोड़ बस स्टैंड, चंदौती बाजार समिति, केंदूई सूर्य मंदिर परिसर में सिर्फ बसों के लिए पार्किंग है। प्रेतशिला पहाड़तली, आईटीआई, पॉलीटेक्निक परिसर में बस व छोटे वाहनों की पार्किंग होगी। छोटे वाहन संक्रामक अस्पताल के खाली परिसर, पंचायती अखाड़ा स्थित रेलवे अंडरपास से सटे पूरब भाग में पार्क होंगे।

ये मार्ग रहेगा वन-वे

-दिग्घी तालाब के दक्षिणी पूर्वी भाग में कोयरीबाड़ी पूर्वी मोड़-टिल्हा धर्मशाला पूर्वी भाग-चांदचौरा पूर्वी चौक-चांदचौरा पश्चिमी चौक-राजेंद्र आश्रम रोड-आईएमए रोड वन वे रहेगा।

-जीबी रोड में पीरमंसूर चौक से पिलग्रिम अस्पताल मोड़ तक सिर्फ पटना उतर जाने के लिए खुला रहेगा।

-मानपुर पुराना पुल मोड़ से किरण सिनेमा-टावर चौक-रमना रोड, मित्तल मोजाइक-पीरमंसूर चौक तक मार्ग केवल पटना उतर की ओर से आने के लिए खुला रहेगा।

-रेलवे स्टेशन की ओर से स्वराजपुरी रोड आने के लिए बाटा मोड़ खुला रहेगा।

-बोधगया, मंगलागौरी की ओर से शहमीर तकिया की ओर वाहन जा सकेंगे।

-शहमीर तकिया से गोदावरी होकर मंगलागौरी की ओर वाहन सीधे नहीं जाएंगे।

-शहमीर तकिया से मंगलागौरी बोधगया की ओर जाने का मार्ग- शहमीर तकिया चौक-चांदचौरा, पश्चिमी चौक, नारायण मोड़- बंगाली आश्रम-ब्रह्मासत तालाब के दक्षिण भाग अवस्थित संपर्क मार्ग से मंगलागौरी की ओर वाहन जा सकता है।

-गेवाल बिगहा से शहमीर तकिया तक वाहनों का आना-जाना होगा।

यातायात एवं ट्रैफिक व्यवस्था की इनसे करें शिकायत

जिला परिवहन पदाधिकारी- 96316229952

टाउन डीएसपी नगर- 9431800110

पुलिस निरीक्षक यातायात- 9939085896

एसडीओ सदर- 9473191246

पुलिस उपाधीक्षक यातायात- 9939403786

जर्जर वेदी में पिंडदान करेंगे पिंडदानी

GAYA : पितृमुक्ति के महापर्व पितृपक्ष मेला के शुरू होने में मात्रा कुछ ही समय शेष रह गया है। पांच सितंबर से मोक्षभूमि गयाजी में एक पखवारे तक चलने वाला पितरों की मुक्ति का महापर्व विश्वप्रसिद्व राजकीय पितृपक्ष मेला तैयारी जोरों पर चल रहा है। जिला प्रशासन का दावा है कि मेला में आए तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। जबकि जिला प्रशासन दावा मुंड पिस्ठा पिंडवेदी को देखकर फेल दिखाई पड़ता है। प्रसिद्व विष्णुपद मंदिर के पास करसिली पहाड़ी में स्थित मुंड पिस्ठ वेदी का हालत जर्जर है। वेदी का छत से कई जगहों पर लोहे का छड़ से ढलाई छोड़ दिया है। तथा कई जगहों पर छत जर्जर होने के कारण बड़ी घटना घटने से इंकार नहीं किया जा सकता है। पितृपक्ष में एक पखवारे तक प्रत्येक दिन काफी संख्या में पिंडदानी वेदी में पिंडदान व श्रद्धाकर्म करते है। प्रशासन द्वारा पिंडवेदी को बाहर से रंगाई-पुताई कर दिया गया है। पर वेदी के अंदर को दृश्य कुछ और है। छत पूरी तरह से जर्जर है। वेदी के जर्जर छत को मरम्मित किया बिना ही रंगाइ-पुताई कर दिया गया है। नगर निगम के स्वास्थ्य प्रबंधक शैलेंद्र कुमार सिन्हा का कहना है कि जर्जर वेदी को मरमति का कार्य विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारणी समिति का है। नगर निगम को सिर्फ वेदी का सफाई, रोशनी एवं रंगाई-पुताई करना है फिर भी मुंड पिस्ठ वेदी को देखना जाएगा। वेदी को जर्जर छत को मरमति काम दो दिनों कर लिया जाएगा। जिससे पितृपक्ष मेला में आए पिंडदानियों को पिंडदान व श्रद्धाकर्म करने किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।