- दमा के कारण रोगी की हुई थी मौत

- आर्थिक अभाव में मदद के लिए गुहार लगाते रहे परिजन

PATNA/ BEGUSARAI : शनिवार की दोपहर उस समय सदर अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया जब दमा के एक मरीज की मौत के बाद शव को घर ले जाने के लिए न सरकारी न ही कोई प्राइवेट एम्बुलेंस मिल पाई। जबकि मृतक के परिजन अस्पताल प्रशासन एवं आमजनों से भी सहयोग की गुहार लगाते रहे। अंत में कई घंटे बाद आमजनों के आर्थिक सहयोग से प्राइवेट एम्बुलेंस से शव को उसके परिजन घर ले गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोपालपुर खोदावंदपुर के फ्ख् वर्षीय राजकुमार के दमा का इलाज डॉ। अजय कुमार के निजी क्लिनिक में चल रहा था। परिजन को रोगी की गंभीर स्थित बताकर उसे सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजन जैसे ही सदर अस्पताल लाए यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके पश्चात परिजन एम्बुलेंस की मांग करने लगे। अस्पताल प्रशासन ने सरकारी एम्बुलेंस लेने की प्रक्रिया बताई।

जिसमें एम्बुलेंस का सरकार द्वारा निर्धारित किराया भुगतान करने या बीपीएल कार्ड आदि की प्रक्रिया करने की बात कही। परिजन के पास न पैसे थे न बीपीएल कार्ड। तब एम्बुलेंस संचालन ने जाने में असर्मथता व्यक्त की। तब परिजन आमजन से राशि देने की गुहार लगाई। परिजन एम्बुलेंस नहीं मिलता देख शव को गोद में उठाकर सदर अस्पताल के ओपीडी भवन से गेट तक ले गए, तब अंत में आमजनों के सहयोग से बाहर से प्राइवेट एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई।

कहते हैं सदर अस्पताल के उपाधीक्षक

इस संबंध में उपाधीक्षक डॉ आनंद कुमार शर्मा ने बताया कि दमा रोगी की मौत सदर अस्पताल में आने से पूर्व ही किसी निजी क्लिनिक हो गई थी। मौत के बाद उसे अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। मृतक के परिजन के पास एम्बुलेंस के लिए रुपये नहीं थे। जिसके कारण एम्बुलेंस संचालक शव को ले जाने से इंकार कर दिया।