15 दिनों में हुआ है दो गैंगरेप, तीन गैंगरेप का प्रयास

-रात में निकल रहे जिस्म के भूखे दरिंदे, वारदातों से पुलिस के भी उड़े होश

- राजधानी में हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ बढ़ने लगा है क्राइम

PATNA: पटना सदर एरिया के लिए शायद यही कह सकते हैं कि रेपिस्टों के लिए वह सेफ जोन बनता जा रहा है। निर्माणाधीन मकान में वहां लड़कियों के ले जा रहे तो कभी अंधेरे में खेतों में अपनी हवस का शिकार बना रहे। कभी सुनसान राहों पर अपना शिकार ढूंढ़ने निकल पड़ रहे। पिछले क्भ् दिनों की बात करें, तो पटना सदर अनुमंडल में पांच ऐसी वारदातें हो चुकी हैं, जिसने शहर को हिला दिया है। जिन थाना क्षेत्रों में यह घटनाएं हुई हैं वह सब सदर एरिया में ही आती हैं। सुनने के बाद हर किसी के मुंह से यही निकता है कि आखिर यह क्या हो रहा इस शहर में। पुलिस के कई दावों के बाद भी लड़कियों के साथ होने वाली इस तरह की वारदातें रुक नहीं रही हैं।

'रात की पुलिस' कहां गई?

पांच बड़ी वारदातों में परसा बाजार थाना एरिया के महुआबाग में तो गैंगरेप कर हत्या कर दी गई और लाश को खेत में फेंक दिया। घटना देर रात हुई। वहीं, कंकड़बाग थाना के सिटी हॉस्पीटल में उसके मालिक के भतीजे और उसके साथी ने मेड के साथ गैंगरेप कर दिया। वह वारदात भी रात में ही हुई। रामकृष्णा नगर थाना के नंदलाल छपरा के पास युवती से अंधेरे में ही छेड़छाड़ की गई और गैंगरेप की कोशिश भी की गई। इसके बाद रामकृष्णा नगर में भी भूपतिपुर में एक युवती के साथ गैंगरेप का प्रयास हुआ था। इसके अलावा दो दिन पहले ही पत्रकार नगर थाना एरिया में एक विक्षिप्त लड़की के साथ गैंगरेप का प्रयास रात में किया गया, यानी जिस्म के ये भूखे दरिंदें रातो में ही अपना शिकार ढूढ़ं रहे।

कहीं तो कुछ गड़बड़ है

पुलिस हर बार दावे कर रही कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी लाई जाएगी। इसके लिए फ्लाइंग स्क्वॉयड से लेकर तमाम तरह ही व्यवस्था की गई मगर क्राइम कम होने की जगह बढ़ता ही जा रहा है। कई इलाकों से छेड़खानी की वारदातें बढ़ी हैं। ऐसे में कुछ तो गड़बड़ जरुर है जिसे समझने की जरुरत हैं।

शराब बनी है बड़ा कारण

इन इलाकों में अगर रात में भी शराब खोजी जाती है तो आराम से मिल जाती है। देर रात तक खुली रहती है दुकानें। जो भी वारदातें हुई है, उसमें पकड़े गये अपराधियों ने शराब पी रखी थी। शराब के नशे में ही परसा बाजार थाना एरिया में युवती के साथ गैंगरेप किया गया। वहां से शराब की बोतलें भी मिली हैं। वहीं, सिटी हॉस्पीटल केस में भी एक्यूज धर्मेन्द्र यादव और मुकेश दोनों ने पी रखी थी। मुकेश तो एक बार का मैनेजर ही है। इसके अलावा नंदलाल छपरा एरिया से भी पकड़ा गया एक एक्यूज शराब के नशे में था। इस संबंध में सीनियर एसपी जितेन्द्र राणा ने भी डीएसपी सदर रामाकांत से इस बारे में रिपोर्ट मांगी थी। इसमें भी यह बात सामने आई है कि रामकृष्णा नगर थाना एरिया की कुछ शराब दुकाने रात तक खुली रहती हैं।