काइट्स फेस्टिवल फीका न पड़ जाए

धूप में बैठने के बाद भी ठंड लगने के चांसेज हैं। मौसम विभाग के डायरेक्टर एके सेन ने बताया कि आने वाले 24 घंटे ऐसा ही ठंड रहेगा। दिन में बादल भी लगे रहेंगे। हालांकि 48 घंटे बाद मौसम में थोड़ी चेंजेज आएगी, पर मॉर्निंग का टेंपरेचर काफी डाउन रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार इस बार भी काइट्स फेस्टिवल का रंग फीका पड़ जाएगा, क्योंकि मॉर्निंग टेंपरेचर कम होने की वजह से सीजन में तेज हवाएं नहीं चल पाएंगी। कुहासे की वजह से एटमॉसफेयर पूरी तरह से ड्राइ रहेगा। 14 जनवरी को जैसे-जैसे दिन बढ़ता जाएगा, ठंड का अहसास उतना ही होगा।

खाने-पीने व पहनने पर रखें ध्यान

ठंड अभी और भी कुछ दिनों तक रहेगी, ऐसे में एहतियात बरतने की काफी जरूरत है। अगर इस दौरान लापरवाही होती है, तो फिर जान पर खतरा भी बन सकता है। फिजिशियन डॉ। राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि घरों में हमेशा गर्म खाने का यूज करें। बासी या रखी हुई चीजें नहीं खाना चाहिए। इससे कोल्ड डायरिया का खतरा रहता है। गर्म कपड़े पहनने और पहनाने में भी एहतियात बरतें, ताकि स्किन डिजीज न हो।

इंज्वॉय करने में इनका जोड़ नहीं

ठंड को इंज्वॉय करने में भी पटनाइट्स का जोड़ नहीं है। ठंड के दस्तक के साथ ही घरों में लोग मस्ती करते दिखे जाते हैं। कहीं फ्रेंड के साथ मस्ती, तो कहीं अपने डॉग के साथ लोग घंटों इंज्वॉय करते दिख जाते हैं। घरों में ठंड को लेकर स्पेशल डिशेज की भी अरेंजमेंट की गई है। पकौड़ी और कई तरह के लजीज आइटम्स को इन दिनों हर घरों में पसंद कर रहे हैं। बोरिंग केनाल रोड की श्वेता ने बताया कि इन दिनों उनके घरों में चाइनीज आईटम से लेकर कई और फास्ट फूड आइटम बच्चे पसंद कर रहे हैं। ठंड में गर्म-गर्म खाने का अपना ही मजा आता है।

ठंड में लीजिए लजीज व्यंजन का मजा

सर्द मौसम में खने-पीने का भी अलग अंदाज होता है। खास चीजों के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ जाता है। इसे लो खुद तो खाते ही हैं अपने फ्रेड और रिलेटिव्स को भी भेजते हैं। यहां हम ऐसे ही कुछ आइटम के बारे में बता रहे हैं, जिसके आप भी दीवाने हो जाएंगे।

राजस्थानी घेवर वाह भाई वाह

मकर संक्रांति को लेकर राजस्थानी घेवर की कई दुकानें खुल गई हैं। सिटी चौक के पवन शर्मा उर्फ गिगल महाराज ने बताया कि वे 80 वर्ष से इस बिजनेस कर रहे हैं। पहले उनके पिता राधेश्याम महाराज इसे करते थे। उन्होंने बताया कि मैदा, दूध, मक्खन, खोआ, पनीर के मिश्रण से घेवर तैयार होता है। इसे घी में छानने के बाद चीनी की चाशनी में डालकर गर्मागर्म खाने का टेस्ट ही कुछ और है। अभी मार्केट में 220 से 400 रुपए किलो बिक रहा है।

खोए की लाई के क्या कहने

खोए की लाई का जायका लेने के लिए आपको गया, बाढ़ व धनरुआ जाने की जरूरत नहीं है। शेरशाह रोड के चैलीटाल के पास छुन्नु लाल दूधवाला के ओनर अवधेश केसरी ने बताया कि खोआ जंगली फल है। उसे भूनने पर व्हाइट लावा (दाना) निकलता है। उसी से लाई बनती है। इसे दूध से तैयार खोआ, दूध व चीनी मिलाकर तैयार किया जाता है। यह 240 रुपए किलो बिकता है।

तब इमरिती के हो जाएंगे दीवाने

पारंपरिक मिठास देने वाली इमरिती भी पीछे नहीं है। गुजरी बाजार के विक्रेता भोलानाथ ने बताया कि करीब 50 साल से वे इस बिजनेस में हैं। इमरिती की खास बात यह है कि यह उड़द दाल को पीसने के बाद इसमें पानी के फेंट का इंपॉर्टेंट रोल है। इसे घी में छानने के बाद चीनी की चाशनी में डालकर कस्टमर को दिया जाता है।

चंद्रकला मिठाई भी बिखेर रही मिठास

गुजरी बाजार में ज्योतिष चंद्र गुप्ता की बनाई चंद्रकला मिठाई जो एकबार खाते हैं वो हर बार यहां आना चाहते हैं। इतना ही नहीं खुद तो खाते ही हैं अपने फ्रेंड्स और रिलेटिव्स को भेजना नहीं भूलते हैं। इसे खोआ, काजू, किशमिश, चिरौंजी, मैदा, घी के मोयम से बनाकर घी में छाना जाता है। फिर चीनी की गर्म चाशनी में डालकर बेचा जाता है। अभी यह दस रुपए पीस बिक रहा है।

होता है heart attack  का खतरा

- ठंड की वजह से सर्दी, खांसी, खराश, सिर दर्द, पेट दर्द और लूज मोशन की प्रॉलस बढ़ सकती हैं। ठंड की वजह से हार्ट अटैक, परालिसिस अटैक भी हो सकता है और अस्थमा के पेशेंट्स के लिए भी यह मौसम खतरनाक है। इसलिए खुद को ठंड से बचाकर रखें।

- ठंडे पानी से न नहाएं वरना जुकाम हो सकता है।

- ठंडा खाना भी आपको बीमार कर सकता है।

- हो सके, तो घर के अंदर रहें या बाहर शरीर को ढंक कर रखें।

- स्किन केयर पर खास ध्यान दें।

- ब'चों और बूढ़ों की देखरेख पर खास ध्यान दें।

बच्चों को ठंड से बचाकर रखें

बढ़ती ठंड ज्यादातर बच्चों को अपना शिकार बना रही है, इसलिए उनका खास याल राना जरूरी है। बच्चों को ठंड से बचाने के ये टिप्स अपनाएं :

- ब'चों को धूप निकलने के बाद घर से बाहर निकालें और शाम ढलने से पहले घर के अंदर ले आएं।

- उन्हें पीने के लिए गुनगुना पानी दें और खाना गरमागरम ही खिलाएं।

- ओस मिली हवा ब'चों की सांस में इंफेक्शन पैदा करती है, इसलिए ऐसी हवा से ब'चों को बचाकर रखें।

- हो सके तो रूम को गर्म रखें।

- वूलेन कपड़ों से बच्चों को लपेट कर रखें।

खाने पर भी खास ध्यान दें

सिटी में ठंड बढ़ रही है। ऐसे में लोगों को खाने-पीने की चीजों के सेलेक्शन में भी खास ध्यान रखना चाहिए। ठंड के मौसम में नॉर्मल दिनों की तरह आइसक्रीम, क'ची सब्जी, तरबूज और अंगूर खाने से बचकर रहना चाहिए। तली-भुनी चीजें अधिक न खाएं। गाजर, टमाटर, मटर, संतरा, शिमला मिर्च और बंदगोभी ज्यादा से ज्यादा खाएं। पानी खूब पीएं। अदरक डालकर चाय पीएं।