RANCHI:राजधानी के पत्थलकुदवा इलाके में लोग पानी के रूप में जहर पी रहे है। इसकी सबसे बड़ी वजह यहां के पानी में आर्सेनिक की अधिकता होना है। लोगों के पास इस पानी को पीने के अलावा कोई और वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं है। नगर निगम की ओर से इलाके में जो चापाकल लगाए गए हैं, उनमें से अधिकतर चापानल खराब पड़े हैं। यहां पानी की टंकियां भी लगवाई गई हैं, लेकिन उसमें भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। जबकि सप्लाई के पानी के लिए इस इलाके में पाइपलाइन बिछाई गई है। इसके बाद लोगों ने घरों में पानी का कनेक्शन भी लिया। लेकिन लोगों को सप्लाई पानी नहीं मिल पा रहा है। इससे लोगों में गुस्सा है।

क्या कहते हैं लोग

हमलोग तो पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। जो पानी पीते हैं, उससे बीमार हो रहे हैं। अगर साफ पानी चाहिए तो उसके लिए दूर से पानी लाना पड़ता है। पर हर दिन यह संभव नहीं है।

नुसरत खातून

इस इलाके में तो पानी के नाम पर हमलोग जहर पी रहे हैं। पानी का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। नगर निगम ने पानी की टंकी तो लगा दी, लेकिन सप्लाई नहीं हो रही है। चापाकल भी खराब पड़े हैं।

राशिदा खातून

हमलोग तो पीने के लिए बाहर से पानी ला रहे हैं। इसके लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। पाइपलाइन तो बिछाई गई है, पर पर्याप्त सप्लाई नहीं हो रही है। लोग मोटर से पानी खींच ले रहे हैं।

जमाल हसन

हम लोगों ने तो पानी के लिए नया कनेक्शन भी लिया, पर कोई फायदा नहीं हुआ। अब भी पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। नहीं तो आर्सेनिक वाला पानी ही मजबूरी में पीते हैं।

हाजरा

पीने का पानी तो बाहर से ला रहे हैं। कई बार तो खाली हाथ लौटना पड़ता है। वहीं, आसपास के कुछ लोग तो पीने के लिए बॉटल बंद पानी मंगवा रहे हैं।

आसिफ खान

चापाकल की हालत तो काफी खराब है। काफी देर चलाने के बाद थोड़ा-बहुत पानी आ रहा है। इस ओर न तो पार्षद ध्यान दे रहे हैं और न ही सरकार इसके लिए कोई कदम उठा रही है।

खालिद

हम लोगों ने तो कई बार इसके लिए प्रशासन को भी लिखा, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। हमलोग मजबूरी में जहरीला पानी पी रहे है। इसके लिए अब आंदोलन भी करेंगे।

मोहम्मद मुख्तार