- RTO की वेबसाइट के जरिए पेड किया जा सकेता है कमर्शियल व्हीकल का टैक्स

- बनारस समेत कई डिस्ट्रिक्ट्स में व्हीकल ओनर्स के लिए शुरू हो चुकी है यह नयी योजना

VARANASI :

अब कमर्शियल व्हीकल का टैक्स भरने के लिए पंद्रह किलोमीटर का सफर तय करके आरटीओ ऑफिस नहीं जाना होगा। बस घर बैठे आनलाइन टैक्स भरिए। साथ ही टैक्स की सारी इंफॉर्मेशंस भी कलेक्ट कीजिए। इसके लिए सिर्फ आरटीओ की वेबसाइट पर जाना होगा। आरटीओ की यह योजना 18 दिसम्बर से बनारस समेत अन्य डिस्ट्रिक्ट्स में लागू हो चुकी है। इससे टैक्स चोरी के साथ होने वाली अन्य गड़बडि़यों रोक लग चुकी है।

कम होगी मशक्कत

डिस्ट्रिक्ट में लगभग सवा लाख कमर्शियल व्हीकल्स हैं। इनके ओनर्स को समय-समय पर टैक्स चुकता करने के लिए सिटी से पंद्रह किलोमीटर दूर बाबतपुर स्थित आरटीओ ऑफिस की दौड़ लगानी पड़ती थी। यहां दलालों और बाबुओं की वजह से होने वाली फजीहत भी झेलनी पड़ती थी। व्हीकल ओनर्स की इस परेशानी को देखते हुए व टैक्स चुकाने के प्रॉसेस को ट्रांसपेरेंट बनाने के लिए परिवहन मुख्यालय की ओर से अब ऑनलाइन टैक्स चुकाने का इंतजाम किया गया है। इसके लिए आरटीओ की वेबसाइट http://vahan.up.nic.in/up पर क्लिक करना होगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ ही सभी सरकारी और गैर सरकारी बैंक्स की इंटरनेट बैकिंग और एटीएम कार्ड के जरिए टैक्स का भुगतान किया जा सकता है।

बनी रहेगी पारदर्शिता

ऑनलाइन टैक्स का जितना फायदा व्हीकल ओनर्स को होगा उससे कहीं अधिक आरटीओ को खुद होगा। लाख कोशिश के बाद भी आरटीओ दलालों के चंगुल से मुक्त नहीं हो पा रहा है। इनके नेटवर्क में आरटीओ के बाबू भी शामिल हैं। सभी मिलकर खूब गड़बड़ी करते हैं। कमर्शियल वाहनों के टैक्स पेड करने में भी काफी घालमेल होता है। सेटलमेंट के चलते काफी कम टैक्स आरटीओ के खाते में पहुंचता है। टैक्स जमा करने के लिए ऑनलाइन प्रॉसेस शुरू होने से अब टैक्स की चोरी करना मुश्किल हो जाएगा। व्हीकल ओनर को ऑनलाइन टैक्स पेड करते समय अपना मोबाइल नम्बर अवेलेबल कराना होगा। इससे उसे टैक्स बकाया से लेकर टैक्स पेड होने की सभी इंफॉर्मेशंस मोबाइल पर एसएमएस के जरिए मिलती रहेंगी। इसके लिए कीमत भी चुकानी नहीं होगी।

'व्हीकल ओनर्स को होने वाली परेशानी को देखते हुए टैक्स को ऑनलाइन जमा करने की योजना शुरू हो गयी है। इससे टैक्स चुकाने में पारदर्शिता भी हो रही है।

- रजनीश गुप्ता, परिवहन आयुक्त