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स्लग: सुपरस्पेशियलिटी के पेइंग वार्ड में 1000 रुपए लगेगा चार्ज, दिसंबर तक होगा शुरू

-सरकारी हॉस्पिटल में प्राइवेट हॉस्पिटल जैसी मिलेगी सुविधा

Figures speak

100 बेड का पेइंग वार्ड बनकर तैयार

16.13 करोड़ खर्च कर बना पेइंग वार्ड

24 घंटे डॉक्टर, नर्स व वार्ड अटेंडेंट तैनात रहेंगे

1000 रुपए डेली करना होगा पेमेंट

Highlights

मरीज के साथ अटेंडेंट के लिए भी होगा सेपरेट बेड

इंटरकॉम की मिलेगी फैसिलिटी, एक कॉल पर वार्ड अटेंडेंट हाजिर

पेइंग वार्ड को दिया जा रहा फाइनल टच, स्टाफ्स की बहाली का भी निर्देश

मरीजों को सुविधा नहीं मिलने की शिकायत होगी दूर

vivek.sharma@inext.co.in

RANCHI (8 Oct): स्टेट के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल रिम्स में अक्सर सुविधाओं का रोना रोने वाले मरीजों के लिए गुड न्यूज है। रिम्स मैनेजमेंट यहां आने वाले मरीजों को प्राइवेट हॉस्पिटलों की तर्ज पर सुपरस्पेशियलिटी फैसिलिटी देने जा रहा है। इसके लिए रिम्स सुपरस्पेशियलिटी कैंपस में क्00 बेड का पेइंग वार्ड बनकर लगभग तैयार हो गया है, जहां एक हजार रुपए प्रतिदिन पेमेंट पर आर्किड और सेंटेविटा हास्पिटल की तरह मरीजों को फैसिलिटी उपलब्ध कराई जाएगी। ख्ब् घंटे डॉक्टर के साथ ही नर्स और वार्ड अटेंडेंट भी मौजूद रहेंगे। पेइंग वार्ड को फाइनल टच देने का काम चल रहा है। वहीं, स्टाफ्स की बहाली के लिए सरकार ने भी प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दे दिया है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो इस साल अंत तक मरीजों को पेइंग वार्ड का लाभ मिलने लगेगा।

हर मरीज को सेपरेट रूम

क्00 बेड के पेइंग वार्ड को बनाने में क्म्.क्फ् करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसमें मरीजों को भीड़भाड़ से दूर इलाज कराने में सहूलियत होगी। इसकी सुविधा सामान्य मरीजों को मिलेगी। हर मरीज को सेपरेट रूम उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, मरीज के साथ अटेंडेंट के रहने की भी व्यवस्था होगी। इसके लिए पेइंग वार्ड में ही एक्सट्रा बेड होगा.

वार्ड में टीवी, फ्रीज, एसी व फोन

पेइंग वार्ड में प्राइवेट हास्पिटलों की तरह सेपरेट रूम तो होगा ही, साथ ही मरीजों को टीवी, फ्रीज और एसी की भी सुविधा मिलेगी। इसके अलावा वार्ड में इंटरकॉम का भी कनेक्शन होगा, ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके। एक कॉल करने पर अटेंडेंट आपके वार्ड में हाजिर होगा। वहीं, डॉक्टर और नर्स की भी ख्ब् घंटे ड्यूटी रहेगी, ताकि मरीज को जरूरत पड़ने पर इलाज और दवाएं तत्काल मिल सके।

बॉक्स

क्रिटिकल पेशेंट्स को नहीं मिल पाएगी सुविधा

गंभीर बीमारी वाले मरीजों को पेइंग वार्ड की सुविधा नहीं दी जाएगी। चूंकि पेईंग वार्ड की मेन बिल्डिंग से थोड़ा दूर होने के कारण मरीजों के इलाज में परेशानी आएगी। जरूरत पड़ने पर उन्हें तत्काल मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने में भी दिक्कत हो सकती है। ऐसे में सामान्य स्थिति होने तक गंभीर मरीजों का वार्ड में ही इलाज किया जाएगा।