RANCHI : रिम्स में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराने वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। यहां न सिर्फ उनका मुफ्त में इलाज किया जाएगा बल्कि पेईंग वार्ड के लिए भी कोई चार्ज वसूला नहीं जाएगा। मरीजों को बेहतर से बेहतर सुविधा देने के मकसद से रिम्स प्रबंधन ने यह प्रस्ताव तैयार किया है। इसे मंजूरी मिलने के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के मरीज भी पेईंग वार्ड में रहकर अपना इलाज करा सकेंगे। इससे उन्हें वार्ड में भीड़-भाड़ के बीच इलाज कराने से निजात मिल सकेगी।

भोजन भी मिलेगा मुफ्त

जेनरल से लेकर वीआईपी मरीजों के लिए पेईंग वार्ड का चार्ज एक हजार रुपए प्रति दिन तय है। इसमें मरीजों को डाइट उपलब्ध नहीं कराया जाता है। लेकिन, आयुष्मान भारत योजना के तहत जिन मरीजों को पेईंग वार्ड में रखा जाएगा, उनके भोजन का भी खर्च हॉस्पिटल प्रबंधन उठाएगी। ऐसे में इस योजना के तहत यहां मरीजों को इलाज, दवा, सर्जरी, टेस्ट के साथ-साथ पेईंग वार्ड में रहने के लिए भी एक रुपए खर्च नहीं करने होंगे।

इमरजेंसी में मरीजों का नहीं रुकेगा इलाज

रिम्स के इमरजेंसी में आनेवाले मरीजों का प्राथमिकता के तौर पर पहले इलाज किया जाएगा और फिर उसका गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा। रिम्स प्रबंधन ने मरीजों की सहूलियत के लिए यह कदम उठाया है। ऐसे में इमरजेंसी में मरीजों के इलाज में किसी तरह का कोई ब्रेक नहीं लगेगा, भले ही उसके पास गोल्डन कार्ड उस वक्त नहीं हो। चूंकि कई बार इमरजेंसी में मरीज गंभीर स्थिति में पहुंचता है। ऐसे में अगर प्रक्रिया पूरी की जाएगी तो उसमें काफी समय लग जाएगा। इसलिए पहले मरीज का इलाज होगा, इसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

हॉस्पिटल में लगेगी बायोमीट्रिक मशीन

मरीजों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने के लिए हॉस्पिटल प्रबंधन जल्दी ही बायोमीट्रिक सिस्टम वाला टैब खरीदने जा रहा है। जिसमें फिंगर प्रिंट से मरीज की पहचान कर उसका मिलान किया जाएगा। इसके बाद तत्काल उसका इलाज शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, जिनका कार्ड नहीं होगा उनका इलाज तो वैसे भी रिम्स में जारी है।