आई-शॉकिंग

सीएम के बयान के बाद कटघरे में सरकारी सिस्टम

-पैरोल नियम से देने की बात, जेलों की दशा भी वजह बताई

-बीजेपी ने तेज किए हरीश रावत सरकार पर अपने हमले

DEHRADUN: उत्तराखंड की जेलों की हालत बदतर है। क्षमता से अधिक कैदियों को इनमें रखा गया है। प्रमुख जेलों की बात करें, तो क्षमता फ्क्88 कैदियों की है, जबकि इसमें ब्ख्ख्म् कैदियों को रखा गया है। इन स्थितियों के बीच, पैरोल पर कैदियों को छोड़ने के संबंध में सीएम हरीश रावत ने ऐसा बयान दे दिया, कि उसमें न सिर्फ सियासत छिड़ गई, बल्कि ये बात भी उभरकर सामने आई कि जेलों की दशा सुधारने की स्थिति में सरकार नहीं है। सीएम हरीश रावत के अनुसार-पैरोल पर कैदियों को नियमों के तहत छोड़ा जा रहा है। यह सिलसिला जारी रहेगा। उन्होंने साथ ही ये भी कह दिया कि राज्य की जेलों की स्थिति भी खराब है। सीएम के बयान के बाद बीजेपी फिर से राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है। आम लोग भी सवाल उठा रहे हैं कि फोकस जेलों की दशा सुधारने का होना चाहिए, न कि उसकी खराब दशा का हवाला देते हुए पैरोल को प्रोत्साहित करने पर।

-यह किसी भी राज्य सरकार के पास अधिकार होता है कि वह नियमों के तहत कैदियों को पैरोल पर रिहा करे। हमने उसी के तहत कार्रवाई की है। किसी को भी पैरोल पर नियमविरूद्ध रिहाई नहीं दी गई है। लंबी सजा काट चुके कैदियों को पैरोल पर छोड़ा जाएगा। इसके अलावा, हमारी जेलों की स्थिति भी खराब है।

-हरीश रावत, सीएम, उत्तराखंड।

-सीएम का बयान न सिर्फ हास्यास्पद है, बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है। यह सरकार की नाकाबिलियत को भी जाहिर करता है। पिछले पांच सालों में जेलों का सुदृढ़ीकरण नहीं हुआ। नई जेलों का निर्माण रुका पड़ा है। पैरोल पर जिस तरह से कैदियों को छोड़ा जा रहा है, वह भी सरकार की मंशा पर सवाल खडे़ करता है।

-प्रकाश पंत, पूर्व कैबिनेट मंत्री।

प्रमुख जेलों में बंदियों की स्थिति

जेल- क्षमता- वर्तमान में बंदी

सेंट्रल जेल सितारगंज-भ्क्ख्-ख्8ब्

ओपन जेल सितारगंज-फ्00-भ्ब्

जिला कारागार अल्मोड़ा-क्0ख्-क्ख्ख्

जिला कारागार नैनीताल-7क्-क्00

जिला कारागार टिहरी-क्भ्0-7ख्

जिला कारागार पौड़ी-क्भ्0-क्ख्फ्

जिला कारागार देहरादून-भ्80-क्ख्9ब्

जिला कारागार हरिद्वार-म्म्0-क्0ख्भ्

जिला कारागार चमोली-क्म्9-7फ्

उप कारागार हल्द्वानी-ख्भ्0-800

उप कारागार रुड़की-ख्ब्ब्-ख्79