पास हुआ 435 करोड़ रूपये का बजट, जियो टैगिंग से होगी हाउस टैक्स में बढ़ोतरी

Meerut। नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में इस बार न कोई हंगामा हुआ, न वंदेमातरम पर विरोध। पूरी बैठक शांति के साथ चली। बैठक में 435 करोड़ रुपये का बजट भी पास हो गया। हालांकि शहर में कारोबार करना अब थोड़ा सा महंगा हो जाएगा, क्योंकि नगर निगम ने अपनी आय बढ़ाने के लिए 39 मदों में लाइसेंस शुल्क में बढ़ोतरी करने की तैयारी कर ली है। इनमें होटल, मॉल, सिनेमाहॉल सहित 39 मद शामिल हैं। पालतू कुत्तों पर भी नगर निगम टैक्स लगाएगा और मालिकों को कुत्ता पालने के लिए लाइसेंस शुल्क भी देना पड़ेगा।

प्रस्तावों पर मुहर

कार्यकारिणी की बैठक से पहले हुए वंदेमातरम के सम्मान में सभी मुस्लिम पार्षद खड़े हो गए। बैठक में मेयर सुनीता वर्मा और नगरायुक्त मनोज चौहान के सामने कार्यकारिणी ने कई प्रस्ताव रखे। नगर निगम की दुकानों का किराया बढ़ाए जाने का प्रस्ताव भी रखा गया। इसके लिए नगर निगम अधिकारियों और पार्षदों की कमेटी बनेगी, जो इसका निर्धारण करेगी। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर मंथन किया गया। महिलाओं के लिए साकेत, सेंट्रल मार्केट, लेडीज पार्क, व हापुड़ रोड कॉलेज पर चार पिंक टॉयलेट बनाने का प्रस्ताव पर भी पास हुआ। जबकि वार्डो में आरओ लगाए जाने के प्रस्ताव पर भी कार्यकारिणी ने मुहर लगा दी।

टैक्स का लक्ष्य बढ़ा

नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में हाउस टैक्स का लक्ष्य बढ़ाकर 36 करोड़ रूपये कर दिया गया है। इसके लिए जल्द जीओ टैगिंग तकनीक का सहारा लिया जाएगा। इसके माध्यम से हाउस टैक्स मालूम करने के लिए उपभोक्ता को अपने मोबाइल पर आधार नंबर डालना होगा और उसे हाउस टैक्स पता चल जाएगा। इसके साथ ही हाउस टैक्स जमा करने पर उसके मोबाइल पर मैसेज भी आ जाएगा। अगर वो स्वकर प्रणाली में हाउस टैक्स लगवाना चाहता है तो जीओ टैगिंग से यह भी संभव हो सकेगा। इसी के माध्यम से हाउस टैक्स में बढ़ोतरी भी की जा सकेगी। इतना ही नहीं विज्ञापन से वसूली का जो लक्ष्य 2 करोड़ 20 लाख रूपये सालाना था, उसे बढ़ाकर पांच करोड़ रूपये करने का प्रस्ताव भी पास कर दिया गया है।

शांति से चली बैठक

मेयर सुनीता वर्मा का कहना है कि जिस तरीके से शांतिपूर्ण माहौल में बैठक खत्म हुई, वो अन्य बैठक में भी ऐसा ही माहौल चाहती हैं, ताकि हंगामों की बजाए सिर्फ विकास पर बात हो सके। हालांकि एसपी सिटी मान सिंह चौहान भी पूरे लाव-लश्कर के साथ नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में पहुंचे थे। लेकिन शांत माहौल देखकर वह वापस चले गए।