अन्ना को सपोर्ट करने के नाम पर जिस तरह कानपुर की हर गली से कैंडल मार्च निकाले गए, उससे साफ पता चलता है कि आम आदमी करप्शन से कितना परेशान है और जब अन्ना के रूप में एक उम्मीद की किरन नजर आई तो वो सबकुछ छोड़छाड़ कर सडक़ों पर उतरा आया। यंगस्टर्स, प्रोफेशनल्स, रिटायर्ड ऑफिसर्स, डॉक्टर्स और एनजीओ के मेंबर्स सभी अपने बिजी शेड्यूल से टाइम निकालकर सडक़ों पर आ गए.

हम तुम्हारे साथ हैं अन्ना

आइए हम आपको उन सभी जगहों पर ले चलते हैं, जहां अन्ना के समर्थन में लोग रोड्स पर आए। सबसे पहले चलते हैं फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा. अन्ना के सपोर्ट में फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा पहुंचे कानपुराइट्स हाथों में झंडे लिए थे। कोई अन्ना के लुक में दिखा तो कोई गांधी टोपी लगाए हुए था। नजारा ऐसा था जैसे लोग फिर आजादी की लड़ाई के लिए जुट गए हों। राम मित्र मंडल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक प्ले भी किया.

Students गुस्से में

आईआईटी स्टूडेंट्स ने सैक चौराहे से आईआईटी गेट तक कैंडिल मार्च निकाला। मेडिकल कॉलेज में करीब 150 सीनियर और जूनियर डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर अन्ना का सपोर्ट किया। शाम को स्टूडेंट ने मेडिकल कॉलेज कैंपस से मोतीझील तक कैंडल मार्च किया। डीएवी कॉलेज के स्टूडेंट्स और टीचर्स ने हाथों में काली पट्टी बांधकर अन्ना को सपोर्ट किया। आनंद बाग चौराहे पर लोगों ने सिग्नेचर कैंपेन चलाया।

Apartments के लोग भी

स्वरूप नगर स्थित कॉनकर्ड और नागेश्वर अपार्टमेंट के लोगों ने भी कैंडल जलाकर अन्ना की मुहिम का सपोर्ट किया। लोगों ने कहा कि अगर हमने अन्ना का सपोर्ट नहीं किया तो आगे मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा.