यातायात माह में पुलिस कर रही है ट्रैफिक सुधारने का प्रयास

अब भी लोग पूरी तरह से कर रहे हैं नियमों का उल्लंघन

आगरा। एसएसपी अमित पाठक ने सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था में व्यापक रूप से काम किया है। उनकी कोशिशों के बाद ही कई चौराहे जाम मुक्त हुए। अतिक्रमण पर भी काफी हद तक रोक लग गई है। हेलमेट के लिए भी उन्होने सबसे पहले अपने कार्यालय पर नो हेलमेट, नो एंट्री का नियम लागू किया। इसके बावजूद भी लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इनमें पुलिस के नुमाइंदे भी शामिल हैं।

बिना हेलमेट चलते हैं लोग

कप्तान के प्रयास के बाद भी कई लोग हेलमेट नहीं लगा रहे हैं। इसमें बड़े लोगों से लेकर स्टूडेंट तक शामिल है। सड़क हादसों में हुई मौत की वजह में सबसे अधिक सिर की चोट होती है। फिर भी लोग पूरा खतरा उठा कर हेलमेट नहीं पहनते और रोड पर गाड़ी लेकर फर्राटा भरते हैं। जब हादसे होते हैं तो लोग जाम लगा कर हंगामा भी करते हैं लेकिन पहले इस बात का खयाल नहीं रहता कि हेलमेट लगाया होता तो शायद मौत नहीं होती।

एक बाइक पर चार सवारी

लोग एक बाइक पर ही सभी को ले जाना चाहते हैं। घर के बड़े भी इस बात की परवाह नहीं करते कि उनके साथ कोई हादसा हो सकता है। कई बार एक बाइक पर चार-चार बच्चों को या फिर पत्‍‌नी बच्चों को ले जाते लोग देखे जाते हैं। चलते हुए रोड पर जरा सी असावधानी बड़ी घटना को अंजाम दे सकती है।

ऑटो में ठूंसे जाते हैं लोग

ऑटो चालक भी लोगों के जीवन से खूब खिलवाड़ करते हैं। ऑटो में अंधाधुंध सवारियां बैठा ली जाती है। आगे भी यही हालत होती है। चालक एक तरफ लटक जाता है। मैजिक में तो लोग पीछे लटक जाते हैं। उनके बैठने की स्थिति इतनी खराब होती है कि जो जहां बैठा है वहीं फंसा रह जाता है। लोग भी अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहते हैं। मैजिक चालक पूरी रफ्तार से गाड़ी दौड़ाता है। कई बार हादसे भी हो जाते हैं।