आल इंडिया बैंक कंफेडेरेशन के ऑफिसर्स ने देशभर में की हड़ताल
कई मांगों को लेकर किया प्रर्दशन
MEERUT : ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन के आह्वान पर शुक्रवार को सरकारी बैंक अधिकारी हड़ताल पर रहे, वहीं लोगों को काफी परेशान होना पड़ा। इस दौरान खुले प्राइवेट और सहकारी बैंकों ने लोगों को हल्की राहत जरूर दी। सरकारी बैंकों के अधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की जोनल ब्रांच पर प्रदर्शन भी किया। इस प्रदर्शन में 500 से अधिक अधिकारी व पेशंनर्स शािमल हुए। बैंक ऑफ बड़ौदा की कुछ शाखाएं खुली रहीं।
बेनतीजा रही वार्ता
स्टेट बैंक के डीजीएस आईपी सिंह ने बताया कि बैंक अधिकारियों की मांगों को लेकर इंडियन बैंक एसोसिएशन के साथ करीब 12 बार बैठक हो चुकी है, लेकिन कोई सम्मानजनक निष्कर्ष नहीं निकला। जिसके बाद एआईबीओसी के आह्वान पर हड़ताल की गई है।
26 को फिर हड़ताल
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की और से 26 दिसंबर को इन्हीं मांगों को लेकर अधिकारी और कर्मचारी दोनों हड़ताल पर रहेंगे। आईपी सिंह ने बताया कि अभी एक दिवसीय हड़ताल ही गई है। अगर आईबीए हमारी मांगों को नहीं मांगता है तो बैंक स्टाफ बेमियादी हड़ताल पर जाने पर मजबूर होगा।
यह है मुख्य मांगें
हर पांच वर्ष में वेतन रिवाइज होने की समय-सीमा खत्म होने के 13 महीने बाद भी वेतन रिवाइज नहीं किया गया है।
पूर्व की तरह स्केल चार से सात के अधिकारियों को वेतन समझौते में शामिल किया जाए।
वर्तमान में लागू एनपीएस स्कीम बंद कर पुरानी पेंशन लागू की जाए।
फैमिली पेंशन जो केवल 5 प्रतिशत से 15 प्रतिशत के लगभग है उसे रिवाइज किया जाए।
- पुरानी पेंशन को लागू किया जाए।
- विजया बैंक, देना बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा का मर्जर रोका जाए।
- ग्रामीण बैंकों का विलय बंद किया जाए।
- थर्ड पार्टी प्रॉडक्ट बेचना बंद किया जाए।
- पांच दिन बैंकिंग लागू की जाए
बैंक बंद होने की वजह से काफी परेशानी हुई। लेनदेन के काम रूक गए। बैंक हड़ताल से गोल्ड बिजनेस में काफी नुकसान हो जाता है।
मयूर
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काम के सिलसिले में हमें रोजाना ड्राफ्ट बनवाने होते हैं लेकिन हड़ताल की वजह से बैंक बंद रहे, काम का नुकसान हुआ।
सत्यम
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बैंक बंद होने की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी कारोबारियों को होती है। एक दिन की हड़ताल से हमारी पेमेंट और माल लेट हो गया।
सचिन
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एटीएम से पर्याप्त कैश नहीं निकाल सकते हैं। काम के सिलसिले में एक दिन में कई बार बैंक जाकर ट्रांजेक्शन करनी होती है। हड़ताल की वजह से काम रूक गया।
जय भगवान