- बदमाशों से डटकर मुकाबला करके शहीद होने वाले सिपाही की जांबाजी को सलाम

- पुलिस लाइन में अधिकारियों ने सलामी देकर ईश्वर से आत्मा की शांति के लिए किया गया मौन

Meerut: बदमाश से डटकर मुकाबला करके शहीद होने वाले सिपाही भले ही अपने परिवार और पुलिस महकमें को बड़ा गम दे गया हो, लेकिन उसकी जांबाजी को पुलिस लाइन में सलामी दी गई। शहादत को देख सब का सिर सम्मान से झुक गया। इस दौरान जनप्रतिनिधि व पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने सलामी दी। पुलिस प्रशासन के साथ परिजनों की आंखे भी नम हो गई।

हर कोई गम में डूबा था

दोपहर को पोस्टमार्टम होने के बाद जैसे ही शव पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक लाया गया तो एकांत यादव के शव को देखकर हर कोई गम में डूबा हुआ था। यहां सलामी दी गई। सिपाही एकांत यादव का शव दोपहर ख् बजकर फ्भ् मिनट पर पुलिस लाइन पहुंचा। यहां आईजी मेरठ जोन आलोक शर्मा, डीआईजी रेंज रमित शर्मा, डीएम पंकज यादव, एडीएम सिटी एसके दूबे, एसएसपी ओंकार सिंह, एसपी कैप्टन एमएम बेग, ओमप्रकाश समेत तमाम सर्किल के सीओ, थानेदार और सिपाहियों ने सलामी दी। विधायक रविंद्र भड़ाना ने पुष्प अर्पित किए। मृतक के पिता की ओर से भी बेटे के शव पर फूल चढ़ाए। इसके बाद आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी देहात ने कंधा देकर शव को गाड़ी में रखवाया और पुलिस अभिरक्षा में शव को गुलावठी के लिए रवाना किया। यहां मौन रखकर आत्मा की शांति की प्रार्थना भी की गई।

शहीद के पीएम में भी प्रशासन ने की देरी

शहीद सिपाही एकांत यादव के शव का पीएम को मेडिकल के पीएम हाउस भेजा गया। सुबह करीब दस बजे के बाद तक भी शहीद का पीएम नहीं हो सका था, जिसको लेकर शहीद सिपाही के जीजा सुरेंद्र यादव ने विरोध जताया। पीएम जल्दी कराने को सुरेंद्र यादव ने फोन पर एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ कोतवाली, एसओ लिसाड़ी ने कॉल रिसीव नहीं की। परिजनों ने कहा कि अगर प्रशासन शहीद हुए सिपाही के साथ ऐसा कर सकते हैं तो आम जन के साथ कैसा होगा।

वीडियोग्राफी कराई गई

शहीद सिपाही एकांत यादव और बदमाश के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई। तीन डॉक्टर्स के पैनल में दोनो शवों का पोस्टमार्टम किया। आईजी आलोक शर्मा, डीआईजी रमित शर्मा, एसएसपी ओंकार सिंह, एसडीएम सिटी एसके दूबे, एसपी सिटी ओमप्रकाश, सीओ सिविल लाइन वंदना मिश्रा आदि मौजूद रहे।