सड़कों पर पसरा सन्नाटा

आसमान में घने बादल और गलन ने लोगों केा घरों में रहने पर मजबूर कर दिया है। कड़ाके की ठंड से परेशान लोग संडे होने के बावजूद घरों में दुबके रहे। मौसम विभाग की सूचना एक बार फिर सही साबित हुई और दिनभर धूप के दर्शन नहीं हुए। सड़कों सहित मार्केट में भी सन्नाटा पसरा रहा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि मंडे को भी बारिश हो सकती है। जिसके चलते तापमान नीचे गिर सकता है।

गायब हो गई मेले की रौनक

फ्राइडे नाइट हुई जोरदार बारिश का असर संडे को भी मेला एरिया में नजर आया। कहीं जल भराव तो कहीं दलदल हो जाने से बाहर से आने वालों की संख्या लगातार गिरती जा रही है। वहीं कल्पवासियों के लिए यह सिचुएशन काफी खतरनाक साबित हो रही है। भीगे टेंट में सीलन होने से वह बीमार हो रहे हैं। पांडालों में पानी भर जाने से वहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी कम हो गई है।

बिस्तर सूखने की नौबत नहीं आ रही

एडिशनल डायरेक्टर हेल्थ डॉ। आभा श्रीवास्तव ने संडे को मेला एरिया का दौरा किया। बारिश के चलते खराब हुई हॉस्पिटल्स की हालत देखकर उनके माथे पर भी बल पड़ गए। बताया गया कि वार्ड के भीगे बिस्तरों के सूखने की नौबत नहीं आ रही है। आसपास फैले दलदल से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को दिक्कत हो रही है। इस दौरान उन्होंने मेला एरिया में बनाए गए हॉस्पिटल्स के महिला वार्ड में पर्दा लगाए जाने और बारिश से बचाने की हिदायत भी दी।

मदद के लिए बढ़े हाथ

बारिश से तबाह हुए मेले में कल्पवासियों के मदद के लिए सामाजिक संस्थाओं और संगठन आगे आने लगे हैं। एरिया सेल्स मैनेजर वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से मेले मेें गरीब असहाय लोगों व बच्चों को गर्म कपड़े बांटे गए। इस दौरान संस्था सचिव संजय द्विवेदी, नरेंद्र आहूजा, अनुरोध अग्रवाल आदि मौजूद रहे। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के केंद्र सरकार के अधिवक्ता शरदचंद्र मिश्रा ने कल्पवासियों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं, बिजली, पानी, समतल जमीन, अलाव, कंबल और खाद्य सामग्री उपलब्ध कराए जाने की मांग मेला प्रशासन से की है। उन्होंने मेले में धैर्य व राहत सामग्री देने की लाउडस्पीकर से प्रचार कराते रहने की अपील की है।