रियलिटी चेक

सरकारी आदेश के बावजूद वाहनों में लाल-नीली बत्ती लगाकर घूम रहे लोग

नेम प्लेट और राजनीतिक झंडा लगाकर खुद को दिखाते हैं वीआईपी

ALLAHABAD: योगी राज में रोजाना नए नियम बन रहे हैं। अब शासन का कहना है कि वीआईपी कल्चर खत्म होना चाहिए। नेता, मंत्री से लेकर प्रशासनिक पदों पर बैठे अधिकारियों को लाल-नीली बत्ती का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी गई है। बावजूद इसके कुछ लोगों का वीआईपी कल्चर का नशा उतरा नही है। यह लोग सड़कों पर खुलेआम बत्ती लगाकर घूम रहे हैं। जिनके पास बत्ती नही है वह दूसरी तरह से खुद को वीआईपी दिखाने में लगे हैं। आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में यह सच्चाई अपने आप सामने आ गई।

देखकर भी अनजान बना पुलिस-प्रशासन

सरकारी आदेश होने के बावजूद शहर में इक्का-दुक्का वाहन लाल-नीली बत्ती में घूमने दिख जाएंगे। यह शहर की सड़कों में धूम मचा रहे हैं लेकिन पुलिस-प्रशासन इसे देखकर अनजान बना हुआ है। आई नेक्स्ट रिपोर्टर को मंगलवार दोपहर कचहरी रोड पर ऐसे दो वाहन नजर आए। इनमें से एक इनोवा और दूसरे एंबेसडर कार थी। कार पर पुलिस वाले सवार थे तो इनोवा सवार कैमरा तेज रफ्तार में निकल गया। हालांकि, इन दोनों वाहनों को फोटोग्राफर ने अपने कैमरे में कैद कर लिया।

जान लीजिए कि यह हैं सरकारी पर्सन

वीआईपी कल्चर लोगों की आदत में शामिल हो चुका है। इसका सीधा सा एग्जाम्पल सरकारी कार्यालयों में खड़े वाहनों में साफ दिखा। छत पर भले ही लाल-नीली बत्ती नही लगी हो लेकिन नंबर प्लेट पर उत्तर प्रदेश सरकार और भारत सरकार जरूर लिखा मिल जाएगा। वह भी लाल और मोटे अक्षरों में। कई गाडि़यों के फ्रंट में यह बड़े अक्षरों में भी लिखा दिया जाता है। जब आई नेक्स्ट ने रिपोर्टर ने विकास भवन में खड़े ऐसे दो प्राइवेट वाहनों के ड्राइवर से इसका कारण पूछा तो उसने पहले टालमटोल की। फिर बताया कि वाहन मालिक अधिकारी, इसलिए वह ऐसा लिखाकर चलते हैं। इससे लोगों को पता चलेगा कि सामने से कोई सरकारी आदमी आ रहा है।

सरकार बदली लेकिन तेवर नही

अब नेताजी का क्या कहना। बसपा और सपा की सरकार में उनके वाहन में हाथी और साइकिल का झंड था। अब प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का झंडा आराम से देखने को मिल जाएगा। आखिर रोड पर ट्रैफिक पुलिस और आम राहगीरों के सामने खुद को स्पेशल पर्सन जो दिखाना है। आई नेक्स्ट फोटोग्राफर जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मेन ब्रांच के सामने ऐसे एक वाहन का फोटो खीचने लगा तो ड्राइवर गाड़ी स्टार्ट कर निकल गया। उसने रिपोर्टर के सवालों का जवाब देना भी उचित नही समझा। वैसे भी आजकल भाजपा के झंडे वाले वाहन बडी मात्रा में नजर आने लगे हैं।

एक मई से लागू हो गया है नियम

बता दें कि एक मई से योगी सरकार ने वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने वाहनों से लाल और नीली बत्ती हटाने का फरमान जारी कर दिया है। हालांकि, इसका पालन भी होता दिख रहा है। बावजूद इसके जो लोग अभी भी वीआईपी ठसक में जी रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई आरंभ नही हुई है। इससे उन लोगों के मन में सवाल पैदा हो रहा है, जिन्होंने आदेश का शत प्रतिशत पालन किया है। लाल-नीली बत्तियां लगाने की परमिशन केवल जरूरी सेवाओं जैसे पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और सेना आदि के वाहनों को दिया गया है।

वाहनों में नीली व लाल बत्ती लगाकर चलने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक 24 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। लोगों से अपील है कि वह कोर्ट के आदेश का पालन करें।

निहारिका शर्मा, एसपी ट्रैफिक

गवर्नमेंट से आने वाली गाइड लाइन का इंतजार किया जा रहा है। डायरेक्शन आने पर लाल और नीली बत्ती को लेकर अभियान चलाया जाएगा।

आरके सरोज, एआरटीओ