- उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ चार दिवसीय महापर्व संपन्न

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क्कन्ञ्जहृन्: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व बुधवार को उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। पटना के गंगा घाटों पर करीब 4 लाख व्रतियों के साथ ही 20 लाख लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। अल सुबह से व्रती गंगा घाट पर पानी में खड़े होकर भगवान सूर्य के उगने का इंतजार करते रहे। सुबह जैसे ही भगवान सूर्य ने आकाश में अपनी लालिमा बिखेरी, पूरा वातावरण उनके सामने नतमस्तक हो गया। इसके बाद व्रतियों ने दूध और गंगा जल से उन्हें अ‌र्घ्य देकर महापर्व का अनुष्ठान पूरा किया। इससे पहले चार दिवसीय पर्व के तीसरे दिन मंगलवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य दिया गया। लालिमा के साथ भगवान सूर्य ज्योंहि अस्त होने लगे, फलों से सजीं सूप पर अ‌र्घ्य दिया गया। छठी मइया की पारंपरिक गीत 'कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाएसमेत अन्य गीतों से वातावरण छठमय हो गया। बुधवार को उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य के बाद पारण के साथ महाव्रत का अनुष्ठान पूरा हुआ।