नेवादा की सैकड़ों महिलाओं ने सदर तहसील में किया प्रदर्शन

ALLAHABAD: हम भी हैं बाढ़ पीडि़त, इसलिए हमें भी चाहिए राहत सामग्री। बाढ़ के दौरान राहत शिविर में जगह न होने पर बाहर ही तिरपाल लगाकर ठहराया गया, लेकिन नाम नहीं लिखा गया। अब राहत सामग्री देने से मना किया जा रहा है। हमें अपना हक चाहिए। कुछ इसी तरह से अपना गुस्सा जताते हुए बुधवार को राजापुर नेवादा एरिया की सैकड़ों महिलाओं के साथ ही अन्य लोगों ने सदर तहसील में प्रदर्शन कर विरोध जताया।

चार दिन से दौड़ाया जा रहा

नेवादा एरिया के लोगों का आरोप था कि उन्हें पिछले तीन-चार दिनों से लगातार दौड़ाया जा रहा है, लेकिन उन्हें राहत सामग्री नहीं मिल रही है। जबकि अन्य लोगों की तरह वे भी बाढ़ पीडि़त हैं। बाढ़ की विभीषिका के दौरान उनके एरिया में पानी भर गया था। जिसकी वजह से घर छोड़ कर भागना पड़ा था। नेवादा की रहने वाली प्रभा देवी ने कहा कि हम गरीबों का कोई सुनने वाला नहीं है। पहले कुदरत ने कहर ढाया, अब प्रशासन परेशान कर रहा है। रिंकी देवी ने कहा कि बाढ़ के दौरान हमें राहत शिविर में रहने के लिए जगह नहीं मिली। मंशा देवी ने कहा कि हम लोगों को राहत शिविर में नहीं बल्कि बाहर तिरपाल लगाकर रहने को मजबूर किया गया। उस दौरान कहा गया था कि सब का नाम लिख लिया गया है। लेकिन अब कहा जा रहा है कि रजिस्टर में हम लोगों का नाम ही नहीं है।

इस वर्ष आए बाढ़ में सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए। राहत शिविर बनाया गया लेकिन जगह कम होने से कई परिवारों को रोड पर ही टेंट लगाकर रहना पड़ा। ऐसे लोगों का नाम प्रभावित लोगों के रजिस्टर में नहीं लिखा गया तो यह सिस्टम का फाल्ट है। जिसे प्रशासन को ही दूर करना होगा। जिसको लेकर अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है।

अहमद अली

पार्षद, राजापुर