सीएम योगी ने मेरठ में विजिलेंस का थाना बनाने को दी हरी झंडी

10 साल से मेरठ में अलग थाना बनाने की हो रही थी मांग

45 मुकदमों की चल रही पेडेंसी, विजिलेंस कर रही जांच

Meerut। शहर में रिश्वतखोरों पर कार्रवाई करने के लिए जल्द ही विजिलेंस विभाग अपने थाना का निर्माण करेगा। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में विजिलेंस थाना स्थापित करने के लिए मंजूरी दे दी है। एसपी विजिलेंस भारती सिंह ने बताया कि शहर में बीते 10 सालों से विभाग की तरफ से थाने के गठन की मांग की जा रही थी, जिसे अब सरकार की ओर से मंजूरी मिल गई है। अब जल्द ही थाने का निर्माण शुरू किया जाएगा।

10 जिलों को मंजूरी

गौरतलब है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घूसखोरों पर सख्ती करने के लिए प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, गाजियाबाद, मेरठ समेत 10 जिलों में विजिलेंस के लिए अलग से थाना खोलने की मंजूरी दी है।

जल्द होगा निर्माण

मेरठ में जल्द ही विजिलेंस शाखा का नया थाना बनेगा। अब विजिलेंस के अधिकारी घूसखोर को गिरफ्तार करके अपने ही थाने से कोर्ट में पेश कर सकेंगे। इससे लोगों को भी जल्द ही न्याय मिल सकेगा। यही नहीं, आसपास के 10 जिलों के रिश्वतखोरी से जुड़े मुकदमे इसी थाने में दर्ज हो सकेंगे।

भेजा गया थ्ा प्रपोजल

विजिलेंस मेरठ की एसपी भारती सिंह ने बताया कि विजिलेंस का अपना अलग से थाना बनाने का प्रपोजल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बनाकर भेजा था। उनकी मांग पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजिलेंस के मेरठ समेत प्रदेश में 10 थाने बनाने की घोषणकी है।

ये होगा फायदा

जल्द ही मुकदमों का होगा निपटारा

घूस लेते हुए गिरफ्तार मुल्जिम की विजिलेंस अधिकारी अपने ही थाने में दर्ज कर सकेंगे एफआईआर

आम व्यक्ति भी विजिलेंस को करा सकेंगे शिकायत दर्ज

पेंडिंग मुकदमों का जल्द होगनिपटारा

पुलिस के अधीन शाखा

राज्य सरकार के अधीन कोई भी अधिकारी या कर्मचारी सरकारी कार्य करने की एवज में आम नागरिक से रिश्वत की मांग करता है तो विजिलेंस अधिकारी आम व्यक्ति की शिकायत व उसके रिश्वत मांगने के साक्ष्य के आधार पर रिश्वत मांगने वाले अधिकारी या कर्मचारी को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार करते है।

ये है स्टाफ

1 -एसपी

20 - इंस्पेक्टर

विजिलेंस शाखा के लिए अलग थाना बनाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को प्रपोजल भेजा गया था। जिसे मंजूरी भी मिल गई है। अब जल्द ही थाने का निर्माण शुरू होगा।

भारती सिंह, एसपी विजिलेंस