पाक सेना प्रमुख ने बताया
पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ की ओर से इस खबर की पुष्टि की गई है। एक बार फिर याद दिला दें कि पेशावर में सैन्य स्कूल पर हमला कर आतंकियों ने करीब 150 लोगों को बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारा गया था। मारे गए इन लोगों में ज्यादातर बच्चे शामिल थे। इस घटना के बाद आतंकी मामलों की शीघ्र सुनवाई के लिए पाकिस्तान की सरकार ने सैन्य अदालतों का गठन किया था। इसके साथ ही मौत की सजा पर लगी पाबंदी को भी खास इसी के लिए हटा दिया गया था।

ऐसा भी था एक मामला
संवाद समिति शिन्हुआ से मिली जानकारी पर गौर करें तो स्कूल पर हमला करने के मामले में सैन्य अदालत ने आठ लोगों के खिलाफ सुनवाई की कार्रवाई की है। मई में सैन्य अदालत ने अल्पसंख्यक इस्मालिया समुदाय के लोगों के बस पर हमला करने के मामले में भी एक को मौत की सजा सुनाई है। कराची के सफूरा चौरंगी इलाके में हुए इस हमले में 40 लोगों की मौत की जान चली गई थी।

दायर कर सकते हैं अपील
अदालत में हुई सुनवाई को लेकर सेना ने जारी एक बयान में बताया है कि सुनवाई के दौरान आरोपियों को वकील सहित सभी तरह की कानूनी सहूलियतें उपलब्ध कराई गई थीं। इस बयान के मुताबिक सजा पाने वाले आतंकियों के पास अभी अपील का अधिकार है। इसके तहत वो अपनी सजा के खिलाफ अपील भी दायर कर सकते हैं।

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