- इलेक्ट्रिक चोरों के खिलाफ दर्ज की जा रही है एफआईआर

- पेसू एरिया में एक साल में 57 लाख 60 हजार रुपए की बिजली चोरी

- पेसू ने बनाया विजिलेंस दास्ता, इलेक्ट्रिक चोरों पर होगी खास नजर

PATNA : अगर आप बिजली चोरी कर रहे हैं तो अलर्ट हो जाइए क्योंकि पेसू ने विजलेंस दास्ता बनाया है। इसने इलेक्ट्रिक चोरी करने वालों पर पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है। पेसू ऑफिस का विजिलेंस दस्ता बिजली चोरी करने वालों के घर और ऑफिस में जाकर बिजली सप्लाई के तरीकों का इंस्पेक्शन तो कर ही रहा है, साथ ही उन लोगों पर सख्ती भी हो रही है। इलेक्ट्रिक चोरी के आरोप में पकड़े जाने पर जुर्माना किया जा रहा है। इतना ही नहीं, बिजली कंपनी के हर जेई को करीब ख्0 से ख्भ् चोरी पकड़ने का टारगेट साउथ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी के पटना सब डिवीजन एरिया के अंदर बंदर बगीचा, कंकड़बाग, गर्दनीबाग, गांधी मैदान सब अर्बन और आफिस हैं। हेड क्वार्टर से आए आदेश के अनुसार चोरों पर कड़ी कार्रवाई कर जुर्माना लगाया जाए। इस टारगेट को हासिल करने के लिए कंपनी में फोरमैन, लाइनमैन स्टाफ के साथ अलग-अलग दस्ते बनाए गए हैं। पिछले एक वीक से छापामारी पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।

लाखों रुपए हुए कलेक्ट

7भ् परसेंट अपने टारगेट को पूरा करने के लिए बिजली कंपनी ने यह न्यू रूल बनाया है। टारगेट को ध्यान में रखते हुए पेसू की ओर से फरवरी ख्0क्फ् से जनवरी ख्0क्ब् तक करीब भ्7 लाख म्0 हजार रुपए की बिजली चोरी पकड़ी जा चुकी है।

जेल और एफआईआर एक साथ

बिजली चोरों पर अंकुश लगाने के लिए पेसू के स्टाफ के साथ एई और पुलिस बल को भी छापामारी की कार्रवाई में लगाया गया है। रूल के अनुसार पकड़े जाने पर कंज्यूमर्स पर एफआईआर के साथ जेल की सजा भी दी जा रही है।

ख्क्0 से अधिक मामले पकड़े गए

पेसू ने पिछले साल पटना सिटी एरिया व कमर्शियल एरिया में कुल ख्क्0 से अधिक चोरी के मामले को पकड़ा था। इन पर लाखों रुपए जुर्माना लगाया गया। पेसू के जीएम एसएसपी श्रीवास्तव की मानें तो इनमें से कई लोगों ने जुर्माना राशि दे दी है। जिन्होंने नहीं दिया है, उसका नए सिरे से रिकार्ड तैयार किया गया है। जुर्माना नहीं देने पर पुलिस का भी सहारा लिया जा सकता है। अगर टाइम पर जुर्माने की राशि नहीं दी गई, तो उन पर गिरफ्तारी का मामला बनाया जा सकता है।

पुराने चोरों पर भी है नजर

बिजली चोरों पर नकेल कसने और बिल न भरने वालों से वसूली करने का अभियान फिर से शुरू कर दिया गया है। जिन लोगों के घरों के कनेक्शन काट दिए गए हैं उन पर भी नजर रखी जाएगी।

क्या कहते हैं अधिकारी

बिजली चोरी पर लगाम और रेवेन्यू कलेक्शन के लिए यह मुहिम चलाई जा रही है। चोरी पकड़े जाने के बाद एफआईआर दर्ज की जा रहीा है। एक साल में भ्7 लाख रुपए तक का कलेक्शन किया गया।

- हरेराम पांडे, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर, बिजली कंपनी।

कस्टमर्स क्या कहते हैं

बिजली चोरी पकड़ने के लिए पेसू की ओर से सैकड़ों बार मुहिम चलाया जाता है। लेकिन जुर्माना होने के बाद भी वह चोरी करते हैं।

- सुनील कुमार सिंह, कंज्यूमर, गर्दनीबाग।

मैनेज करके छोड़ दिया जाता है। जेल नहीं जाने से इनके हौसले बढ़ जाते हैं। अगर ठोस कार्रवाई हो तो जरूर अंकुश लग सकता है।

- निलेश कुमार, कंज्यूमर, आर ब्लॉक।