RANCHI: राजधानी में अब पेट्स को छिपाना आसान नहीं होगा। इसके लिए नगर विकास विभाग ने एक एजेंसी का सेलेक्शन कर लिया है, जो अगले हफ्ते से लोगों के घर-घर जाकर 'टॉमी' और 'शेरा' का पता लगाएगी। इतना ही नहीं, एजेंसी के लोग जाकर आन स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी करेंगे। इसके अलावा सिटी में स्ट्रीट डॉग्स के वैक्सीनेशन और स्टरलाइजेशन का काम भी एजेंसी ही करेगी। बताते चलें कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने सिटी में नहीं है एक भी रजिस्टर्ड पेट्स हेडिंग के साथ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद एजेंसी को अगले हफ्ते से काम करने का आदेश दिया गया है।

हर हाल में पेट का रजिस्ट्रेशन

पिछले साल बोर्ड की मीटिंग में पेट्स का रजिस्ट्रेशन कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। इसके बाद पेट के मालिकों को निगम में अपने पेट का रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी न तो पेट्स के ओनर ने रजिस्ट्रेशन कराया और न ही एजेंसी ने किसी के घर में जाकर पेट्स के बारे में जानकारी जुटाई। अब रांची नगर निगम नए सिरे से पेट्स का रजिस्ट्रेशन कराने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत हर हाल में पेट का रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

वर्जन

होप्स एंड एनिमल का काम खत्म हो चुका है। उसे एक्सटेंशन दिया गया था, वो भी समाप्त हो चुका है। अब नगर विकास विभाग ने एक एजेंसी का सेलेक्शन किया है, जो अगले हफ्ते से काम संभाल लेगी।

डॉ। शांतनु कुमार अग्रहरि, नगर आयुक्त, आरएमसी