- एक जून से नगर निगम चलाएगा अभियान, पड़ोसियों की लेंगे मदद

- 30 मई तक पालतू कुत्ते का नहीं कराया रजिस्ट्रेशन तो लगेगा जुर्माना

बिना रजिस्ट्रेशन कराए कुत्ता पालने का शौक रखने वालों पर नगर निगम शिकंजा कसेगा। ऐसे लोगों के खिलाफ एक जून से अभियान शुरू किया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों को जोनवार जिम्मेदारी दी गई है। अभियान के दौरान कुत्ता मालिकों के पड़ोसियों की मदद ली जायेगी। उनकी सूचना पर कार्रवाई होगी। नगर निगम ने पालतू डॉगी का रजिस्ट्रेशन कराने की लास्ट डेट 30 मई तक निर्धारित की है। विभागीय अफसरों का कहना है कि इस तिथि तक मालिकों ने अपने डॉगी का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया तो उन्हें एक हजार रुपये जुर्माना देना होगा।

और खूंखार हो जाते हैं कुत्ते

चौकाघाट और नक्खीघाट में मृत पशुओं के निस्तारण के दौरान कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। डॉक्टरों के मुताबिक मृत पशुओं का मांस खाने के बाद कुत्ते ज्यादा खूंखार हो जाते हैं। दरअसल, शहर में काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के कुत्ते पालते हैं। उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। इसके अलावा शहर की कोई ऐसी कॉलोनी और सड़क नहीं है, जहां आवारा कुत्तों की अच्छी खासी जमात न दिखती हो। अक्सर ये राहगीरों पर हमलावर हो उठते हैं। वहीं घरों में पालतू कुत्ते भी अचानक लोगों पर हमला कर देते हैं।

अस्पतालों में आ रहे खासे मरीज

अस्पतालों में कुत्ता काटने के मरीजों की तादात में कमी नहीं आ रही है। मंडलीय और जिला अस्पताल के आंकड़ों पर गौर करें तो डेली औसतन 40 से 50 कुत्ता काटने के मरीज पहुंचते हैं। इनमें घरेलू से लेकर आवारा कुत्तों के हमले में जख्मी लोग शामिल रहते हैं। निजी अस्पतालों और मेडिकल स्टोरों में भी मरीज एंटी रैबीज (एआरवी) लगवाने के लिए पहुंचते हैं।

नसबंदी की है व्यवस्था

नगर निगम के अफसरों के मुताबिक आवारा कुत्तों को पकड़ने की कोई व्यवस्था नहीं है। निगम की कैटल काउच टीम (पशु गैंग) सिर्फ छुट्टा और आवारा पशुओं को पकड़ती है, लेकिन कुत्तों की जनसंख्या कम करने के लिए समय-समय पर एनजीओ की मदद से नसबंदी की जाती है। निगम प्रशासन एक कुत्ते की नसबंदी पर 290 रुपये खर्च करता है। इसमें पहले से शहर के लिए तीन एजेंसियों को लगाया गया है। इस वित्तीय वर्ष के लिए फिलहाल टेंडर प्रक्रिया चल रही है। फाइनल होते ही नसबंदी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

पालतू डॉगी का रजिस्ट्रेशन 30 मई तक होगा। इसके बाद जून से अभियान शुरू होगा। इसमें पड़ोसियों की मदद ली जाएगी। पकड़े जाने पर कुत्ता मालिकों पर एक हजार जुर्माना लगेगा।

डॉ। नितिन बंसल, नगर आयुक्त