अक्टूबर में दूसरी बार घटे पेट्रोल के दाम
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 1 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है, जिसमें स्थानीय बिक्रीकर या वैट शामिल नहीं है. आपको बता दें इससे पहले कंपनियों ने 1 अक्टूबर को पेट्रोल की कीमत में 54 पैसे प्रति लीटर की कटौती की थी. कीमतों में संसोधन बुधवार शाम को किया जाना था, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावों के मद्देनजर मंगलवार को ही इसकी घोषणा कर दी गई. इंडियन ऑयल कारपोरेशन के मुताबिक, स्थानीय बिक्रीकर की गणना के उपरांत दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 1.21 रुपये घटकर 66.65 रुपये प्रति लीटर पर आ जायेगी.

लगातार नरमी का रुख

इंडियन ऑयल का कहना है कि,'पिछली बार कीमत संशोधन के बाद से इंटरनेशनल मार्केट में तेल की कीमतों में लगातार नरमी का रुख है, हालांकि मुद्रा की विनिमय दरें कमजोर हुई हैं.' महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद डीजल कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती हो सकती है. अगर ऐसा होता है तो चार साल से ज्यादा समय में पहली बार डीजल के दाम घटेंगे.

डीजल की सबसे ज्यादा खपत
डीजल देश में सबसे ज्यादा खपत वाला ईंधन है. इसकी कीमतों का असर सीधे जरूरी वस्तुओं के दामों पर पड़ता है. जरूरी वस्तुओं के परिवहन वाले वाहनों में डीजल का ही इस्तेमाल होता है. पिछले महीने इंटरनेशनल लेवल पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल की बिक्री पर लाभ होना शुरू हुआ है. यह पहला मौका है जबकि पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल की बिक्री पर लाभ हो रहा है.

Hindi News from Business News Desk

 

Business News inextlive from Business News Desk