-सिगरा के भारत पेट्रोलियम गोपीराम श्यामसुंदर पेट्रोल पंप पर मिला इलेक्ट्रॉनिक चिप, सात नोजल में भी मिली गड़बड़ी

-जिला प्रशासन व STF ने की छापेमारी, पंपकर्मी हुए फरार

आखिरकार बनारस में भी पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाकर घटतौली का खेल किया जा रहा था। इसका खुलासा एसटीएफ व जिला प्रशासन की टीम ने शनिवार को सिगरा स्थित भारत पेट्रोलियम के गोपीराम श्यामसुंदर पेट्रोल पंप पर छापा मारकर किया। यहां टीम को नोजल में लगा इलेक्ट्रॉनिक चिप बरामद हुआ। काले रंग की टेप से चिप को नोजल से जोड़ा गया था। जबकि सोलह नोजल के सात नोजल में भी छेड़छाड़ पकड़ी गई। अधिकारियों ने आशंका जताई कि इन सातों नोजल में पहले चिप लगाया गया था जिसे बाद में निकाल लिया गया। जांच होने तक पंप को सीज कर दिया गया है। कार्रवाई पर मैनेजर, सेल्समैन संग बाकि सभी पंप कर्मी फरार हो गए। भारत पेट्रोलियम से आए अधिकारियों ने भी पंप की जांच की। सूबे की राजधानी से निकली पेट्रोल पंपों पर चिप व रिमोट की खोज अभियान के तहत बनारस में पहला चिप बरामद किया गया है। सबसे पॉश इलाके में सालों से संचालित पेट्रोल पंप पर चिप मिलने पर पब्लिक के होश भी पाख्ता हो गए।

ऐसे पकड़ में आया चिप

सिगरा के गोपी राम श्याम सुंदर पेट्रोल पंप पर जब एसीएम चतुर्थ, जिला आपूर्ति, बाट-माप और एसटीएफ की टीम जांच करने पहुंची तो पंप कर्मी इधर-उधर भागने लगे। तीन मशीन के टोटल सोलह नोजल की जांच बारी-बारी शुरू हुई तो आठ नोजल से ही बिक्री हो रही थी, बाकि आठ नोजल से तेल भराई ठप थी। बंद मशीन के नोजल को सबसे पहले अधिकारियों ने चेक करना शुरू किया तो गड़बड़ी पकड़ी गई। जिस नोजल से तेल भराई नहीं हो रही थी उसमें ही चिप बरामद हुआ। अधिकारियों के अनुसार मिडको कंपनी का यह मशीन ऑपरेट नहीं हो रहा था। लिहाजा यह अनुमान लगाना थोड़ा कठिन है कि एक लीटर पेट्रोल में कितनी चोरी हो रही थी।

लखनऊ लैब में होगी जांच

पेट्रोल पंप पर मिले चिप की जांच के लिए उसे लखनऊ स्थित लैब भेजा जाएगा। भारत पेट्रोलियम के पहुंचे अधिकारियों ने बारी-बारी तीनों मशीन के सोलह नोजल का पड़ताल किया। मिडको कंपनी के इंजीनियर्स भी मशीन की जांच किए। छापेमारी टीम में एसीएम चतुर्थ त्रिभुवन, डीएसओ अशोक यादव, वरिष्ठ नियंत्रक बाट-माप अजय कुशवाहा, सहायक नियंत्रक बाट-माप मुकेश सिंह, आलोक सिंह, एसटीएफ इंस्पेक्टर विपिन राय आदि रहे।

फिक्स अमाउंट का न लें तेल

कभी भी फिक्स अमाउंट जैसे क्00, ख्00 या भ्00 का तेल न खरीदें। क्योंकि कई पंप कर्मी मशीनों से छेड़छाड़ कर उसकी स्पीड तेज कर देते हैं। जिससे कि मीटर जंप करने लगता है।

ऐसे रखें नजर

-पेट्रोल लेने से पहले मीटर जीरो रीडिंग जरूर देख लें

-मिलावट का संदेह होने पर फिल्टर पेपर परीक्षण की मांग करें

-कैश मेमो लेना न भूलें

-सेवा से संतुष्ट न होने पर क्800क्800फ्00 पर कम्प्लेन दर्ज कराएं

-नापकर तेल नहीं दिया जाता है तो पंप मैनेजर से कम्प्लेन करें