- मई में हुई छापेमारी में फिलिंग स्टेशन पर मिले थे चिप लगे होने के साक्ष्य

- डीएम के निर्देश के बाद फिलिंग स्टेशन के खिलाफ की गई कार्रवाई

BAREILLY:

जांच में चिप लगे होने के साक्ष्य मिलने के मामले में 7 फिलिंग स्टेशन के डीजल बिक्री का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। इसी के साथ ही फिलिंग स्टेशन संचालकों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। उचित जवाब नहीं देने पर पम्प के लाइसेंस रद कर दिये जाएंगे। डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश के बाद यह कदम उठाया गया है।

डीजल बिक्री पर होगी कार्रवाई

लखनऊ में फिलिंग स्टेशन पर चिप से घटतौली का मामला प्रकाश में आने के बाद पूरे देश में ही छापेमारी शुरू की गई थी। बरेली में मई 2017 में 146 फिलिंग स्टेशन पर की गई थी। इनमें से 7 पर चिप के साक्ष्य मिले थे। जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश के बाद जिले के 7 फिलिंग स्टेशन पर डीजल बिक्री के लाइसेंस सस्पेंड कर दिये गये हैं। इस दौरान यदि ये इन रिफिलिंग स्टेशन पर डीजल बिक्री करते पाया गया तो नोटिस की सुनवाई किये बगैर ही लाइसेंस रद कर दिया जाएगा।

संचालकों से मांगा गया स्पष्टीकरण

जिन फिलिंग स्टेशन के डीजल बिक्री के लाइसेंस सस्पेंड किए गये हैं, उनसे डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने 15 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा हैं। निर्धारित डेट तक उचित जवाब नहीं देने वाले फिलिंग स्टेशन संचालकों के खिलाफ सख्त एक्शन लिये जाएंगे। फिलिंग स्टेशन पर मिले चिप के साक्ष्य को संबंधित ऑयल कंपनियों के लैब जांच के लिए बहुत पहले ही भेजा गया है। फिलहाल जांच रिपोर्ट आई नहीं हैं।

इन पर हुई कार्रवाई

- भोजीपुरा फिलिंग स्टेशन, भोजीपुरा।

- शहीद पंकज अरोड़ा फिलिंग स्टेशन, महेशपुरा।

- अलीगंज किसान सेवा केंद्र, आंवला।

- प्रकाश टेम्बर सिटी स्टेशन रोड, बरेली।

- लक्ष्मी फिलिंग स्टेशन, नवाबगंज।

- लाला मन्नूमल एंड संस, मीरगंज।

- ऑटो पैराडाइज, सिविल लाइंस।

बॉक्स

- 150 पम्प जिलें में चल रहे हैं।

- 146 पम्प की मई 2017 में हुई थी जांच।

- 12 पम्प पर मिली भी घटतौली।

- 7 पम्प पर मिले थे चिप लगे होने के निशान।

- 17 पम्प मालिकों के खिलाफ दर्ज हुआ था एफआईआर।

जिले के 7 फिलिंग स्टेशन पर डीजल बिक्री के लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया गया है। स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।

सीमा त्रिपाठी, डीएसओ