रूल बस गए भूल

नवम्बर में रूल आया कि बिना हेल्मेट टू व्हीलर वालों को और बिना सीट बेल्ट के फोर व्हीलर वालों को पेट्रोल पम्प पर फ्यूल नहीं मिलेगा। लिए आई नेक्स्ट ने 10 नवम्बर को एक रीएलिटी चेक किया तो पाया ये नया रूल कहीं भी फालो नहीं हो रहा था। आई नेक्स्ट की खबर को नोटिस में लेते हुए पुलिस-एडमिनिस्ट्रेशन ने पेट्रोल पम्प संचालकों को जल्द से जल्द इस ऑर्डर को फॉलो करने का कहा। मंगलवार को दोबारा हमने रिएलिटी चेक किया तो एक बार फिर हमें चौंकना पड़ा। ऐसा लगा जैसे नया रूल हर कोई गया है भूल

साहेबान, कोई नहीं मान रहा आपका फरमान

- पिछले दिनों परिवहन आयुक्त के आदेश के बाद ट्रैफिक पुलिस ने पेट्रोल पंपों पर बगैर हेल्मेट और सीट बेल्ट के पेट्रोल और डीजल न दिए जाने का दिया था आदेश

- पंप संचालकों संग हुई मीटिंग में दिया था निर्देश, आई नेक्स्ट ने किया पंपों पर रियलिटी चेक, किसी पंप पर भी नहीं दिखा इस आदेश का असर

VARANASI :

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मंगलवार दोपहर नदेसर स्थित पेट्रोल पम्प पर आई नेक्स्ट टीम पहुंची। यहां गाडि़यों में तेल भरवाने वालों की भीड़ दिखी लेकिन चौंकाने वाली बात ये थी कि पंप पर पेट्रोल और डीजल ले रहे किसी भी बाइक सवार ने न ही हेल्मेट पहना था और ना ही किसी कार वाले ने सीट बेल्ट लगाई थी। इसके बाद भी उनको पंप कर्मी पेट्रोल और डीजल दे रहे थे।

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वरुणापुल स्थित पेट्रोल पंप भी भीड़ नजर आई। शॉकिंग ये था कि पंप पर मौजूद एक दो लोगों को छोड़ किसी के सिर पर हेल्मेट नहीं दिखा। हद तो तब हो गई जब पंप पर मोबाइल फोन यूज न करने के निर्देश के बाद भी एक दो बाइक सवार मोबाइल का यूज करते मिले और इनको रोकने वाले पंप कर्मी भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे थे।

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नदेसर स्थित एक अन्य पेट्रोल पंप पर भी आदेश की सच्चाई जानने की कोशिश की। यहां पहुंचने के बाद हमको ये कंफर्म हो गया कि अपनी जान को लेकर बनारस की पब्लिक को कोई चिंता नहीं है। ना ही अफसरों के ऑर्डर को लेकर पेट्रोल पंप वालों को कोई डर है।

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तीन पंपों की पर परिवहन आयुक्त और एसपी ट्रैफिक के फरमान की सच्चाई जानने के बाद आई नेक्स्ट टीम सिगरा पहुंची। यहां अगल बगल दो पंपों पर भी इस आदेश का की धज्जियां उड़ती दिखीं। हर बाइक और कार सवार हेल्मेट और सीट बेल्ट के बिना ही तेल लेकर चलता बन रहा था। पंप कर्मी भी किसी को ना नहीं कर रहे थे।

हर कहीं एक सा हाल

नवम्बर में प्रदेश के परिवहन आयुक्त के रवीन्द्र नायर ने आदेश दिया था कि बिना हेल्मेट और सीट बेल्ट लगाए किसी भी टू या फोर व्हीलर वालों को फ्यूल न दिया जाए। इस मामले में आई नेक्स्ट ने क्ख् नवम्बर को एक रिपोर्ट के जरिये आदेश के पालन की हकीकत से रूबरू कराया ट्रैफिक डिपार्टमेंट हरकत में आया। लोकल लेवल पर एसपी ट्रैफिक लालबहादुर ने सभी पंप संचालकों संग मीटिंग कर परिवहन आयुक्त के आदेश के पालन के लिए जोर दिया। लेकिन एक बार फिर आई नेक्स्ट ने पेट्रोल पंपों पर सच्चाई का जायजा लिया तो सभी जगह एक जैसा हाल नजर आया।

नहीं लगा कहीं भी बोर्ड या बैनर

एसपी ट्रैफिक के साथ हुई मीटिंग में पंप संचालकों ने ये भरोसा भी दिलाया था कि वह बगैर हेल्मेट और बगैर सीट बेल्ट लगाकर फ्यूल लेने आने वाले लोगों को समझाकर अपने लेवल पर भी जागरुक करेंगे। मीटिंग में ये भी तय हुआ कि सभी पम्पिंग स्टेशंस पर लोगों को जागरूक करने के लिए बोर्ड और बैनर लगेगा। हालांकि ऐसा बैनर-पोस्टर या नोटिस कहीं नजर नहीं आई।

आदेश तो बस आदेश है

- हेल्मेट और सीट बेल्ट की अनिवार्यता को लेकर शहर में कई बार चला अभियान लेकिन नहीं दिखता इसका कोई असर।

- व्हीकल्स ओनर्स खुद हैं लापरवाह और पंप संचालक भी अपने फायदे के कारण नहीं करते रोक टोक।

- जिन अफसरों पर हैं आदेश का पालन कराने की जिम्मेदारी उनको भी आदेश को लेकर नहीं है कोई फिक्र।

- पेट्रोल पंपकर्मी बिना हेल्मेट लगाए और बिना सीट बेल्ट वालों को वॉर्न तक नहीं करते।

- ट्रैफिक पुलिस ने पंप संचालकों संग किया प्रयास लेकिन नहीं हुआ इसका भी कोई फायदा।

- पेट्रोल पम्प पर हेल्मेट या सीट बेल्ट अनिवार्यता के बारे में कोई मैसेज तक नहीं है लिखा है

लोड है ज्यादा लेकिन

- बनारस में करीब दस लाख से ज्यादा लोग बाइक, स्कूटर या स्कूटरेट का करते हैं यूज

- इनमें से सिर्फ लगभग एक से डेढ़ लाख लोग ही करते हैं हेलमेट का यूज

- इनमे से भी आधे से ज्यादा लोग सिर्फ चालान से बचने के लिये पहनते हैं हेलमेट और सीट बेल्ट

- इसलिए बहुत से लोग सस्ते हेलमेट का यूज कर मोल लेते हैं खतरा

- आईएसआई मार्क वाले हेलमेट ही एक्सिडेंट केस में कर सकते हैं सिर की रक्षा

- कुछ इंजीनियरिंग वर्क या स्पो‌र्ट्स यूटीलिटी के हेलमेट का करते हैं यूज मानक के हिसाब से है गड़बड़

पहनाने से ज्यादा चालान पर जोर

ज्यादातर पंप संचालक सिर्फ इसलिए नियम का पालने कराने को आगे नहीं बढ़ रहे क्योंकि उन्हें डर है कस्टमर उन पंपों की ओर शिफ्ट हो जाएंगे जहां बिना पूछताछ के पेट्रोल मिलेगा। वह ट्रैफिक पुलिस से चाहते हैं कि सभी पंप नियम का एक साथ पालन करें। क्योंकि एक ने भी पालन नहीं किया तो लोग उस पंप की ओर निकल जाएंगे। हालांकि ट्रैफिक पुलिस इस मामले में सख्ती बरतने की बजाय वसूली में टाप पोजिशन पर बने रहने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है। नवम्बर में ख्ब् लाख से ज्यादा का चालान काटकर बनारस ट्रैफिक पुलिस ने प्रदेश में टॉप पोजिशन हासिल की है लेकिन बनारसियों के सिर पर हेल्मेट और सीट बेल्ट नहीं पहना सकी।

नियम अच्छा है लेकिन इसके लिए सभी पंपों को एकजुट होना होगा क्योंकि कोई पंप अपना नुकसान नहीं करना चाहता। बगैर हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनने वालों को अगर एक पंप फ्यूल नहीं देगा तो कोई दूसरा देगा। इसलिए सभी को एकजुट होकर इस आदेश को लागू करना होगा।

-विनोद सिंह, महामंत्री, वाराणसी पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन

परिवहन आयुक्त के आदेश को लेकर पंप संचालकों संग मीटिंग की गई थी। उनको कहा भी गया कि अपने लेवल पर इस आदेश का पालन कराये लेकिन पंप संचालक इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसके लिए अभियान चलाकर लोगों को हेल्मेट और सीट बेल्ट के लिए जागरुक किया जायेगा।

-लाल बहादुर, एसपी ट्रैफिक