RANCHI: रिम्स में शनिवार को पीजी स्टूडेंट्स ने तीन साल के लिए बांड भरने के विरोध में स्टूडेंट्स सेक्शन, अकाउंट सेक्शन और डायरेक्टर सेल की गोपनीय शाखा में तालाबंदी कर दी। वहीं सभी स्टाफ्स को बाहर कर दिया। दोपहर तक इन विभागों में कोई भी काम नहीं हो सका। वहीं सभी स्टूडेंट्स डायरेक्टर आफिस के बाहर रिम्सोनियन हॉल में धरने पर बैठ गए। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो सोमवार से ओपीडी को ठप करा देंगे। वहीं 24 मई से इनडोर को ठप करा दिया जाएगा। इतना सुनने के बाद डायरेक्टर ने प्रधान सचिव से बात की और आनन-फानन में एक चिट्ठी जारी की गई। इसमें यह स्पष्ट किया गया कि तीन साल का बांड 2018 बैच में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए लागू होगा। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।

कनफ्यूजन से हुई परेशानी

इससे पहले पीजी स्टूडेंट्स धरना पर बैठ गए। जहां उन्होंने सरकार की ओर से जारी आदेश का विरोध किया। साथ ही जमकर नारे भी लगाए। इसके बाद डायरेक्टर डॉ। आरके श्रीवास्तव उनसे वार्ता के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स को कोई कनफ्यूजन हुआ है। विभाग की ओर से जारी पत्र में लिखा गया है कि 2018 में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को तीन साल के लिए बांड भरना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे पहले के बैच स्टूडेंट्स के लिए एक साल का बांड भरने का ही नियम लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधान सचिव से बात हुई है। विधि विभाग के पास फाइल भेजी गई है। जल्दी ही इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। वहीं एक पत्र रिम्स की ओर से जारी किया गया है।

वर्जन

हमलोग डायरेक्टर के इस फैसले का स्वागत करते है। फिलहाल जो पत्र मिला है उससे हम संतुष्ट हैं। अगर कोई परेशानी होती है तो आंदोलन किया जाएगा।

-डॉ। अजीत कुमार, जेडीए