JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में पीएचडी प्रवेश परीक्षा पर रोक लगाए जाने के फैसले का नुकसान उन छात्रों को उठना पड़ेगा जो शोध करना चाहते हैं। रोक के फैसले पर विचार करने की मांग को लेकर सीनेट सदस्य डॉ। विजय कुमार पीयूष ने शुक्रवार को वीसी प्रो। डॉ। शुक्ला माहांती को ज्ञापन सौंपा। इसमें संबंधित मामले का हल निकालने के लिए विश्वविद्यालय के सीनेट की एक कमेटी गठित करने की मांग की गई। वीसी ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में विचार कर जल्द निर्णय लिया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो इसके लिए आयोग के पास विश्वविद्यालय का एक दल अपनी अपील के लिए जाएगा। वीसी को सौंपे गये मांग पत्र में विश्वविद्यालय के निर्वाचित शिक्षक प्रतिनिधि डॉ। विजय कुमार पीयूष ने कहा कि विवि में नैक से ए ग्रेड के बगैर पीएचडी नहीं कराने के फैसले पर फिर से विचार होना चाहिए। इससे छात्रों से लेकर शिक्षकों तक का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। कोल्हान ही नहीं पूरे राज्य के किसी विवि में पीएचडी नहीं हो सकेगी। निर्णय के आलोक में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की अधिसूचना के अध्ययन के लिए कमेटी गठित करने की अपील की गई। पत्र में यह भी कहा गया कि अगर पीएचडी पर रोक लगी तो शिक्षकों की प्रोन्नति प्रक्रिया बाधित हो जाएगी।