निराला आर्ट गैलरी में लगी चित्र प्रदर्शनी देख अभिभूत हुए दर्शक

ALLAHABAD: अभी तक कवि स्व। हरिवंश राय बच्चन के चर्चित महाकाव्य मधुशाला को पढ़कर मदहोश होने वालों ने इसे कैनवास पर उभरता देखा तो वाह कर उठे। निराला आर्ट गैलरी में शनिवार को लगी पूनम किशोर की पेंटिंग प्रदर्शनी कुछ ऐसे ही भाव बयां कर रही थी। हर चित्र अपनी कहानी स्वयं बयां कर रहा था, जो देखता आकर्षित हो जाता। दो दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ पद्मश्री शम्सुर्ररहमान फारूकी ने किया। इसमें अलग-अलग भावों की 27 पेंटिंग लगी हैं। पद्मश्री रहमान ने पूनम की पेंटिंग की तारीफ करते हुए कहा कि हरिवंश राय बच्चन के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। पूनम ने पेंटिंग की खासियत पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस दौरान अजामिल, प्रो। अनीता गोपेश, असरार गांधी, विपिन शर्मा, अतुल यदुवंशी, धनंजय आदि मौजूद रहे।

जयंती की पूर्व संध्या पर श्रद्धांजलि

महान कवि हरिवंश राय बच्चन की जयंती की पूर्व संध्या पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा युवा प्रकोष्ठ ने कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य अतिथि समाजसेवी निशीथ वर्मा ने कहा कि बच्चन ने अपनी रचनाओं के जरिए सामाजिक एकता व क्रांति की नींव रखी। उन्होंने जाति-धर्म से परे होकर लेखन किया। अध्यक्षता कर रहे बसपा नेता अमित श्रीवास्तव ने कहा कि मधुशाला जैसी कालजयी रचना के जरिए हरिवंश राय बच्चन ने सामाजिक सरोकारों को छुआ है। संयोजन राष्ट्रीय महासचिव सुमित श्रीवास्तव व संचालन मुकेश श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर वरिष्ठ कर्मचारी नेता कृपाशंकर श्रीवास्तव, देवेंद्रनाथ श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, पीयूष श्रीवास्तव, अजीत, राजेश आदि उपस्थित रहे।